धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज की स्थापना के समय ऋषि दयानन्द द्वारा व्यक्त की गई आशंका May 10, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य महर्षि दयानन्द ने 10 अप्रैल, सन् 1875 के दिन मुम्बई के गिरगांव मोहल्ले में प्रथम आर्य समाज की स्थापना की थी। वर्तमान में यह आर्यसमाज काकाड़वाडी के नाम से प्रसिद्ध है। हमारा सौभाग्य है कि वर्ष, 1992 में एक बार हमें इस आर्यसमाज में जाने व वहां प्रातःकालीन यज्ञ में यजमान के […] Read more » आर्यसमाज आर्यसमाज की स्थापना
शख्सियत आर्यसमाज और डा. भीमराव अम्बेडकर’ April 14, 2016 by मनमोहन आर्य | 4 Comments on आर्यसमाज और डा. भीमराव अम्बेडकर’ डा. भीमराव अम्बेदकर जी की 125 वीं जयन्ती पर -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। डा. भीमरावजी अम्बेडकर आजकल देश व विश्व में एक जाना माना नाम है। आपने भारत के संविधान के निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। इसके साथ ही आप भारत में प्रथम कानून मंत्री के रूप में भी आदृत रहे हैं। डा. […] Read more » Featured आर्यसमाज डा. भीमराव अम्बेडकर
चिंतन धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज का देश की धार्मिक, सामाजिक, शिक्षा व स्वतन्त्रता सहित सभी क्षेत्रों में प्रमुख योगदान April 10, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आर्यसमाज के 141 वें स्थापनादिवस 10 अप्रैल, 2016 पर मनमोहन कुमार आर्य विश्व में अनेक धार्मिक व सामाजिक संगठन हैं जिनमें आर्यसमाज एक प्रमुख व अग्रणीय संगठन है। यदि इतिहास व अवधि के आधार पर देखें तो आर्यसमाज अन्य संगठनों की तुलना में अर्वाचीन है। आर्यसमाज की स्थापना 141 वर्ष पूर्व गुजरात के टंकारा […] Read more » आर्यसमाज आर्यसमाज के 141 वें स्थापनादिवस देश धार्मिक योगदान शिक्षा सामाजिक स्वतन्त्रता
धर्म-अध्यात्म महर्षि दयानन्द और आर्यसमाज के दलितोद्धार कार्य December 18, 2015 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on महर्षि दयानन्द और आर्यसमाज के दलितोद्धार कार्य महर्षि दयानन्द और आर्यसमाज के दलितोद्धार कार्यों पर स्वामी वेदानन्द तीर्थ जी का प्रेरणादायक उपदेश सृष्टि के आरम्भ से महाभारत काल तक सभी वैदिक सनातनधर्मी स्वयं आर्य कहलाने में गौरव का अनुभव करते थे। तब तक हिन्दुओं शब्द का अस्तित्व भी संसार में नहीं था। मुस्लिम आक्रमणकारियों के भारत आने पर यह शब्द […] Read more » आर्यसमाज दलितोद्धार कार्य महर्षि दयानन्
धर्म-अध्यात्म महर्षि दयानन्द, सत्यार्थ प्रकाश और आर्यसमाज मुझे क्यों प्रिय हैं? October 20, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment सृष्टि के आरम्भ से लेकर अद्यावधि संसार में अनेक महापुरूष हुए हैं। उनमें से अनेकों ने अनेक ग्रन्थ लिखे हैं या फिर उनके शिष्यों ने उनकी शिक्षाओं का संग्रह कर उसे ग्रन्थ के रूप में संकलित किया है। हम उत्तम महान पुरूष को प्राप्त करने के लिए निकले तो हमें आदर्श महापुरूष के रूप में […] Read more » Featured आर्यसमाज महर्षि दयानन्द सत्यार्थ-प्रकाश
धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज ‘न भूतो न भविष्यति’ एक वैश्विक धार्मिक सामाजिक संस्था April 10, 2015 / April 11, 2015 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on आर्यसमाज ‘न भूतो न भविष्यति’ एक वैश्विक धार्मिक सामाजिक संस्था आर्य समाज की स्थापना आज से 140 वर्ष पूर्व 10 अप्रैल, 2015 को मुम्बई में महर्षि दयानन्द सरस्वती जी ने की थी। महर्षि दयानन्द महाभारत के बाद वेदों के प्रथम शीर्षस्थ ऐसे विद्वान थे जिनकों वेदों के सत्य अर्थ करने की योग्यता प्राप्त थी। महाभारत के पश्चात विगत 5,000 वर्षों में महर्षि दयानन्द जैसा दूसरा […] Read more » Featured आर्यसमाज आर्यसमाज ‘न भूतो न भविष्यति’ एक वैश्विक धार्मिक सामाजिक संस्था धार्मिक मनमोहन कुमार आर्य वैश्विक सामाजिक संस्था
धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज की स्थापना से संसार में नए युग का शुभारम्भ March 25, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment यह संसार विगत लगभग 2 अरब वर्षों से अस्तित्व में है। इस अवधि में नाना महत्वपूर्ण ऐतिहासक घटनायें घटी हैं परन्तु उनमें से कुछ थोड़ी सी घटनाओं के दिन व तिथियां ही ज्ञात हैं। आज से 140 वर्ष पूर्व चैत्र शुक्ल पंचमी तदनुसार 10 अप्रैल, 1875 को महर्षि दयानन्द सरस्वती ने मुम्बई के गिरगांव मोहल्ले […] Read more » आर्यसमाज आर्यसमाज की स्थापना आर्यसमाज की स्थापना से संसार में नए युग का शुभारम्भ