कविता साहित्य
कविता : पंख फैलाकर वो उड़ गया…..!!
/ by शालिनी अग्रहरि
आसमान से एक पक्षी गिरा, फिर शुरू हुआ उसके जीवन का सिलसिला जब-जब वो उड़ना चाहे, तब-तब वो नीचे गिर जाए जब-जब उसने पंख फैलाए तब-तब उसके दर्द उभर आये, उसके थे बस इतने अरमान, वो बने सबके दिल का मेहमान, उसकी नहीं टूटी आस, उसको था खुद पर विश्वास, उसका विश्वास हिम्मत बन गया, […]
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