महत्वपूर्ण लेख थायलॅंन्ड पर संस्कृत का प्रभाव — डॉ. मधुसूदन August 13, 2012 / August 13, 2012 by डॉ. मधुसूदन | 17 Comments on थायलॅंन्ड पर संस्कृत का प्रभाव — डॉ. मधुसूदन (१) विकलांग मानसिकता सफलता प्राप्ति के लिए, सबसे पहले हमें, अपनी विकलांग मानसिकता से ऊपर उठना होता है। ”अहं ब्रह्मास्मि” (मैं ब्रह्म हूँ।) का घोष, या शंकराचार्य रचित — ”चिदानन्द रूपश्शिवोहम् शिवोहम्” का उद्घोष आपको बार बार करते हुए, अपने चित्त-बुद्धि-आत्मा को उस भाव से सराबोर करना होता है। जो आपके मन, बुद्धि और आत्मा […] Read more » थायलॅंन्ड पर संस्कृत का प्रभाव