समाज दहेजः कानून ही नहीं, कारगर सामाजिक प्रयास भी हैं जरूरी August 25, 2020 / August 25, 2020 by केवल कृष्ण पनगोत्रा | Leave a Comment केवल कृष्ण पनगोत्रा कुछ साल पहले पंजाब के साथ लगते जम्मू-कश्मीर के कठुआ में एक महिला सुनीता (काल्पनिक नाम) ने अपने ही पड़ोस में रहने वाली एक महिला गीता (काल्पनिक नाम) की हत्या कर दी थी। कारण कोई व्यक्तिगत शत्रुता नहीं था, जमीन-जायदाद का झगड़ा भी नहीं था। कारण यह था कि सुनीता को अपनी […] Read more » दहेज
समाज मीटू की तरह घरेलू हिंसा पर आन्दोलन हो November 16, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग :- स्वतंत्र भारत में यह कैसा समाज बन रहा है, जिसमें करीब एक-तिहाई शादीशुदा महिलाएं पतियों से पिटती हैं। वडोदरा के गैर सरकारी संगठन ‘सहज’ और इक्वल मेजर्स 2030 के एक सर्वे के अनुसार 15 से 49 साल के आयु वर्ग की महिलाओं में से करीब 27 फीसदी घरेलू हिंसा बर्दाश्त करती आ […] Read more » आदतों कवयित्रि महादेवी वर्मा छेड़खानी दहेज बलात्कार भू्रण-हत्या महत्वाकांक्षाओं मीटू की तरह घरेलू हिंसा पर आन्दोलन हो वासनाओं वासनाओं एवं कट्टरताओं वृत्तियों शिव सत्य
जन-जागरण समाज मानवता का नासूर! दहेज May 30, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment फौजिया रहमान खान “जो मुझे मेरी बेटियों ने सिखाया है वह यह कि आज की पीढ़ी एक अच्छे संसार की रचना के लिए किसी का इंतजार नही करेगी ये खुद आगे जा रही है” ये वाक्य है अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के जिन्होने टाइम मैगजीन मे छपे एक लेख मे अपनी बेटियों के प्रति इस […] Read more » दहेज मानवता का नासूर
समाज अब दहेज का शिकार हो रही हैं ‘हव्वा की बेटियां’ June 14, 2010 / December 23, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 3 Comments on अब दहेज का शिकार हो रही हैं ‘हव्वा की बेटियां’ -फ़िरदौस ख़ान हिन्दुस्तानी मुसलमानों में दहेज का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है. हालत यह है कि बेटे के लिए दुल्हन तलाशने वाले मुस्लिम वाल्देन लड़की के गुणों से ज़्यादा दहेज को तरजीह (प्राथमिकता) दे रहे हैं. हालांकि ‘इस्लाम’ में दहेज की प्रथा नहीं है. एक तरफ जहां बहुसंख्यक तबक़ा दहेज के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद […] Read more » Muslim दहेज मुसलमान
महिला-जगत दहेज की बलि चढ़ रही हैं महिलाएं April 24, 2010 / December 24, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 5 Comments on दहेज की बलि चढ़ रही हैं महिलाएं हम आदिकाल को बहुत पीछे छोड़ आए हैं। रहन-सहन और खान-पान के मामले में भी हम आधुनिक हो गए हैं। यहां तक कि चांद और मंगल ग्रह पर भी पहुंच गए हैं, लेकिन इस सबके बावजूद आदिकाल की बर्बरता को हम आज भी ढो रहे हैं। स्वयं को श्रेष्ठ और शक्तिशाली मानते हुए औरों पर […] Read more » Woman दहेज महिला