जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख विविधा देवनगरी में रोमन कंकड July 31, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 18 Comments on देवनगरी में रोमन कंकड डॉ. मधुसूदन एक कल-कल छल-छल बहती हिन्दी की नाद मधुर लहर के बीच, कोई मूरख बेढंगे रोमन लोटे में ऊबड खाबड कंकडों को डालकर हिला हिला कर, बजा रहा हो; बस ऐसा ही अनुभव होता है; जब कोई हीन-ग्रन्थि गुलाम बडे नाटकीय पर गौरवान्वित ढंग से बीच बीच में अंग्रेज़ी कंकडों को हिन्दी की मणीमाला […] Read more » देवनगरी रोमन कंकड