कला-संस्कृति प्राकृतिक और वैज्ञानिक तथ्यों को समाहित करता है नवसंवत्सर March 30, 2025 / March 31, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment (30 मार्च नवसंवत्सर विशेष आलेख) हिंदू नववर्ष-2025 यानी कि नये विक्रम संवत् का शुभारंभ 30 मार्च दिन रविवार से हो रहा है।इस दिन विक्रम संवत 2082 का पहला दिन होगा। उल्लेखनीय है कि हिंदू नववर्ष अंग्रेजी कैलेंडर से 57 वर्ष आगे चलता है। इस समय अंग्रेजी कैलेंडर का वर्ष 2025 है, जबकि हिंदू नववर्ष 2082 […] Read more » नवसंवत्सर हिंदू नववर्ष-2025
राजनीति नवसंवत्सर के शुभ अवसर पर सिंध को भारत के साथ जोड़ने की लें प्रतिज्ञा March 20, 2023 / March 20, 2023 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अखंड भारत के पश्चिम में एक मजबूत, सम्पन्न एवं आकर्षक प्रांत हुआ करता था, जिसका नाम था सिंध। मजबूत इस दृष्टि से कि अरब देशों से मुस्लिम आक्रांता जब भी भारत पर आक्रमण करते थे तो सिंध प्रांत ही अरब आक्रांताओं का दिलेरी के साथ सामना करता था एवं उन्हें हराकर वापिस अरब लौटने को […] Read more » नवसंवत्सर
लेख समाज सबकी सुख समृद्धि के लिए होता है। नवसंवत्सर March 23, 2020 / March 23, 2020 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment जो सभ्यता अपने इतिहास पर गर्व करती है, अपनी संस्कृति को सहेज कर रखती है और अपनी परंपराओं का श्रद्धा से पालन करके पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाती है वो गुज़रते वक्त के साथ बिखरती नहीं बल्कि और ज्यादा निखरती जाती है। जब चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा के सूर्योदय के साथ सम्पूर्ण भारत के घर घर […] Read more » नवसंवत्सर
कला-संस्कृति विधि-कानून नवसंवत्सर एक नये सफर की शुरूआत March 27, 2017 / March 27, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment नवसंवत्सर 'न्यू ईयर' जैसे केवल 12 महीने का समय नापने की एक ईकाई न होकर खगोलीय घटनाओं के आधार पर भारतीय समाज के लिए सामाजिक सांस्कृतिक एवं वैज्ञानिक तरीके से जीवन पद्धति का पथ प्रदर्शक है। यह केवल एक नए महीने की एक नई तारीख़ न होकर पृथ्वी के एक चक्र को पूर्ण कर एक नए सफर का आरंभ काल है। यह वह समय है जब सम्पूर्ण प्रकृति पृथ्वी को इस नए सफर के लिए शुभकामनाएँ दे रही होती है। जब नए फूलों और पत्तियों से पेड़ पौधे इठला रहे होते हैं , जब मनुष्य को उसके द्वारा साल भर की गई मेहनत का फल लहलहाती फसलों के रूप में मिल चुका होता है ( होली पर फसलें कटती हैं ) और पुनः एक नई शुरुआत की प्रेरणा प्रकृति से मिल रही होती है। Read more » Featured gudi padwa एक नये सफर की शुरूआत नवसंवत्सर