राजनीति शख्सियत सरोजिनी को नापसंद था नारीवादी कहलाना February 8, 2018 / February 8, 2018 by राजू पाण्डेय | Leave a Comment निर्भीकता, उत्कट स्वातंत्र्य प्रेम तथा नारियों को सबल-सक्षम-शिक्षित बनाने की प्रबलतम आकांक्षा- यही वह विशेषताएँ थीं जिन्होंने सरोजिनी नायडू के यशस्वी और संघर्षमय जीवन को संचालित किया। उनकी उपलब्धियां उनके अदम्य साहस और नारी मुक्ति के लिए उनके दुर्घर्ष संघर्ष की अमर गाथा का बयान करती हैं। वे द गोल्डन थ्रेशहोल्ड की प्रस्तावना में स्वयं […] Read more » Featured feminist Sarojini disliked being called a feminist Sarojini Naidu नारीवादी सरोजिनी
समाज परपीड़क पुरुष समाज और नारीवादी विमर्श June 13, 2017 by राजू पाण्डेय | Leave a Comment अमेज़न का यह प्रोडक्ट गहरे दार्शनिक प्रश्नों को छेड़ता है- क्या नारी की मुक्ति जेंडर इक्वलिटी में निहित है? क्या नर और नारी एक समान का नारा सही है? क्या यूनिसेक्स वस्त्र पहनकर, न्यूडिस्ट क्लब ज्वाइन कर अनेक पुरुषों को अपनी मर्जी के अनुसार सेक्स करने के हेतु बाध्य कर नारी अपनी मुक्ति पा सकती है? क्या यह पुरुषवादी पितृसत्तात्मक समाज द्वारा फैलाया गया भ्रम है कि नारी शारीरिक रूप से पुरुष से कमजोर होती है, Read more » Featured नारीवादी नारीवादी विमर्श परपीड़क पुरुष समाज