समाज फ़ेसबुक का जादू सिर पर चढ़कर बोलता है– क्या? November 3, 2010 / December 20, 2011 by विश्वमोहन तिवारी | 8 Comments on फ़ेसबुक का जादू सिर पर चढ़कर बोलता है– क्या? -विश्वमोहन तिवारी ”मैं कितनी सुन्दर हूं”!! या यह भी कि, ”मैं कितना सैक्सी हूं!!!” दुनिया की सबसे अधिक लोकप्रिय वैब साइट फ़ेसबुक के ५० करो.ड से अधिक सक्रिय दीवाने हैं!! इस अद्वितीय घटना के कारण अब मनोवैज्ञानिक इस की लोकप्रियता के कारणों पर शोध भी करने लगे हैं। सोराया मेहदिनाज़ेद ने टोरान्टो के यार्क विश्वविद्यालय […] Read more » Facebook फेसबुक
टेक्नोलॉजी फेसबुकजनित सामाजिक खतरे October 17, 2010 / December 21, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 3 Comments on फेसबुकजनित सामाजिक खतरे -जगदीश्वर चतुर्वेदी फेसबुक ने इंटरनेट यूजरों को घेरा हुआ है। जो लोग यह सोच रहे थे कि इंटरनेट के जमाने में सर्च का भविष्य होगा उन्हें फेसबुक ने दोबारा सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। जिस गति और जितनी बड़ी तादाद में फेसबुक ने अपने सदस्य बनाए हैं उसने एक संदेश दिया है भविष्य […] Read more » Facebook फेसबुक
विविधा फेसबुक के वर्चुअल सत्य की लीलाएं February 23, 2010 / December 24, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on फेसबुक के वर्चुअल सत्य की लीलाएं इंटरनेट में प्रत्येक संचार व्यापार है। मुनाफा है। फेसबुक के आने के साथ संचार और व्यापार के क्षेत्र में एक नयी उत्तेजना देखी गयी है। निजी संचार का मार्ग प्रशस्त हुआ है। दूसरी ओर व्यापारिक संचार सहज बना है। पहले सोचा जा रहा था कि सोशल मीडिया के जरिए सामाजिक संचार में इजाफा होगा लेकिन […] Read more » Facebook फेसबुक