कला-संस्कृति भारतीय नववर्ष: हमारा गौरव, हमारी पहचान April 1, 2022 / April 1, 2022 by डॉ. पवन सिंह मलिक | Leave a Comment डॉ. पवन सिंह भारतीय नववर्ष हमारी संस्कृति व सभ्यता का स्वर्णिम दिन है. यह दिन भारतीय गरिमा में निहित अध्यात्म व विज्ञान पर गर्व करने का अवसर है. जिस भारत भूमि पर हमारा जन्म हुआ, जहां हम रहते हैं, जिससे हम जुड़े हैं उसके प्रति हमारे अंदर अपनत्व व गर्व का भाव होना ही चाहिए. भारतीय नववर्ष, इसे नव संवत्सर भी कह सकते हैं. इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था और सभी देवताओं ने सृष्टि के संचालन का दायित्व संभाला था. यह भारतीय या हिंदू रीति से नववर्ष का शुभारंभ है. यह उत्सव चैत्र शुक्ल प्रथमा को मनाया जाता है. जब पूरा विश्व एक जनवरी को नए वर्ष का आरंभ मानता है और भारत में भी 31 दिसंबर की रात को बारह बजे नए वर्ष का जश्न मनाया जाता है, उस मदहोशी में अपने देश की विस्मृत परंपरा को बनाए रखना अँधेरी रात में दिया जलाने के समान है. लेकिन जागरूक भारतीय समाज के प्रयासों से पिछले कई दशकों से इस परंपरा को कायम रखने में सज्जन शक्ति अपने-अपने स्थान पर लगी हुई है. यदि जापान अपनी परंपरागत तिथि अनुसार अपना नववर्ष ‘याबुरी’ मना सकता है. म्यांमार अप्रैल माह के मध्य में अपना नववर्ष ‘तिजान’ मना सकता है. ईरान मार्च माह में अपना नववर्ष ‘नौरोज’ मना सकता है. चीन चंद्रमा […] Read more » Indian New Year: Our Pride Our Identity our indian culture भारतीय नववर्ष
विविधा नववर्ष की राह: शांति की चाह December 29, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – नया वर्ष है क्या? मुड़कर एक बार अतीत को देख लेने का स्वर्णिम अवसर। क्या खोया, क्या पाया, इस गणित के सवाल का सही जवाब। आने वाले कल की रचनात्मक तस्वीर के रेखांकन का प्रेरक क्षण। क्या बनना, क्या मिटाना, इस अन्वेषणा में संकल्पों की सुरक्षा पंक्तियों का निर्माण। ‘आज’, ‘अभी’, ‘इसी […] Read more » नववर्ष नववर्ष की राह भारतीय नववर्ष शांति की चाह
ज्योतिष धर्म-अध्यात्म स्वागत है भारतीय नववर्ष का… March 21, 2015 / March 21, 2015 by एम. अफसर खां सागर | Leave a Comment हम भारतीय ईसवी सन के प्रथम दिन एक जनवरी को अज्ञानतावस नये वर्ष के रूप में बड़े धूम-धाम से मनाते हैं। जिसका न तो कोई खगोलीय प्रतिष्ठा है, न प्राकृतिक अवस्था और न ही ऐतिहासिक पृष्ठभूमी। जनवरी के सर्द मौसम में हाड कपाती ठंड व रक्त संचार जमा कर मनुष्य की गतिशीलता को रोक देता […] Read more » -एम. अफसर खां सागर भारतीय नववर्ष स्वागत है भारतीय नववर्ष का...
धर्म-अध्यात्म नया साल जो आया है March 29, 2011 / December 14, 2011 by विजय कुमार | 1 Comment on नया साल जो आया है विजय कुमार लीजिये, हंसता और मुस्कुराता, खिलखिलाकर नव उल्लास बिखराता, निराशा को भगाता और आशा को बटोरता नया वर्ष फिर से आ गया। चारों ओर देखिये, पेड़ नये पत्तों और कलियों के आगमन से कैसे झूम रहे हैं। पेड़-पौधे मुक्तहस्त होकर सुगंध बांट रहे हैं। भला कौन वह मूर्ख होगा, जो परिवार में आ रहे […] Read more » New Year भारतीय नववर्ष
विविधा नये साल के लिए एक जनवरी ही क्यों ! December 22, 2010 / December 18, 2011 by विनोद बंसल | 11 Comments on नये साल के लिए एक जनवरी ही क्यों ! विनोद बंसल एक जनवरी के नजदीक आते ही जगह-जगह हैप्पी न्यू ईयर के बैनर व होर्डिंग लगने लगते हैं। जश्न मनाने की तैयारियां प्रारम्भ हो जाती हैं। होटल, रेस्तरॉ, व पव इत्यादि अपने-अपने ढंग से इसके आगमन की तैयारियां करने लगते हैं। पोस्टर व कार्डों की भरमार के साथ दारू की दुकानों की भी चांदी […] Read more » New Year नववर्ष भारतीय नववर्ष
विविधा अरुण यह मधुमय देश हमारा March 20, 2010 / December 24, 2011 by डॉ. सौरभ मालवीय | 1 Comment on अरुण यह मधुमय देश हमारा नव रात्र हवन के झोके, सुरभित करते जनमन को। है शक्तिपूत भारत, अब कुचलो आतंकी फन को॥ नव सम्वत् पर संस्कृति का, सादर वन्दन करते हैं। हो अमित ख्याति भारत की, हम अभिनन्दन करते हैं॥ इस सृष्टि की सर्वाधिक उत्कृष्ठ काल गणना का श्री गणेश भारतीय ऋषियों ने अति प्राचीन काल से ही कर दिया […] Read more » Indian newyear भारतीय नववर्ष
धर्म-अध्यात्म भारतीय नववर्ष क्यों मनाएं! March 16, 2010 / December 24, 2011 by रत्नेश त्रिपाठी | 8 Comments on भारतीय नववर्ष क्यों मनाएं! भारतवर्ष वह पावन भूमि है जिसने सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को अपने ज्ञान से आलोकित किया है, इसने जो ज्ञान का निदर्शन प्रस्तुत किया है, वह केवल भारतवर्ष में ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व के कल्याण का पोषक है. यहाँ संस्कृति का प्रत्येक पहलू प्रकृति और विज्ञान का ऐसा विलक्षण उदाहरण है जो कहीं और नहीं मिलता. […] Read more » India newyear भारतीय नववर्ष
विविधा भारतीय नववर्ष (चैत्र शुक्ल प्रतिपदा) पर विशेष March 26, 2009 / December 25, 2011 by बालमुकुन्द पाण्डेय | 1 Comment on भारतीय नववर्ष (चैत्र शुक्ल प्रतिपदा) पर विशेष भारतवर्ष वह पावन भूमि है जिसने संपूर्ण ब्रह्माण्ड को अपने ज्ञान से आलोकित किया है। इसने जो ज्ञान का निदर्षन प्रस्तुत किया है वह केवल भारतवर्ष में ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व के कल्याण का पोषक है। Read more » Indian new year चैत्र शुक्ल प्रतिपदा भारतीय नववर्ष