विविधा
मानवाधिकार के बहाने, जलाधिकार के मायने
/ by अरुण तिवारी
10 दिसंबर-विश्व मानवाधिकार दिवस पर विशेष क्या गजब की बात है कि जिस-जिस पर खतरा मंडराया, हमने उस-उस के नाम पर दिवस घोषित कर दिए! मछली, गोरैया, पानी, मिट्टी, धरती, मां, पिता…यहां तक कि हाथ धोने और खोया-पाया के नाम पर भी दिवस मनाने का चलन चल पङा है। यह नया चलन है; संकट को […]
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