विविधा समाज रोटी बैंक एक मानवीय पहल January 5, 2016 / January 5, 2016 by कीर्ति दीक्षित | 1 Comment on रोटी बैंक एक मानवीय पहल कीर्ति दीक्षित भूख का कोई भगवान नहीं होता, जब पेट में लगाई गांठें भी नुकीली होकर चुभने लगें तो रोटी से बड़ा कोई धर्म नहीं होता, और न ही भूखे के लिए कोई पाप या पुण्य! पाप, पुण्य, धर्म, अधर्म, नीति और नियम ये सभी बातें उनके लिए हैं जिनके पेट भरे हों l गाड़ियों […] Read more » Featured roti bank एक मानवीय पहल रोटी बैंक