धर्म-अध्यात्म वेदों में सच्चा अध्यात्मवाद है जो देशवासियों को देशभक्त बनाता है January 27, 2020 / January 27, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य वेद ही विश्व में अध्यात्म का आदि वा सर्वप्राचीन ग्रन्थ है। ईश्वर, जीव व प्रकृति विषयक त्रैतवाद का सिद्धान्त वेद की ही देन है। सभी विद्वानों की अपनी-अपनी योग्यता होती है। बहुत से विद्वान बहुत से विषयों को नहीं जान पाते। ऐसा ही वेदपाठी व वेदों के अध्ययनकर्ता विद्वानों के साथ […] Read more » ‘अध्यात्मवाद’
समाज ‘अध्यात्मवाद’ की आंधी और बेकाबू भ्रष्टाचार April 12, 2012 / July 22, 2012 by निर्मल रानी | 2 Comments on ‘अध्यात्मवाद’ की आंधी और बेकाबू भ्रष्टाचार निर्मल रानी वैज्ञानिकों ने वैसे तो विज्ञान, तकनीक तथा सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इसी उद्देश्य को लेकर तमाम उपलब्धियां हासिल की हैं ताकि मानव जाति का विकास हो तथा उसका ज्ञानवर्धन हो सके। टेलीविज़न भी इन्हीं अविष्कारों में से एक है जिसका मकसद विश्वस्तर पर सूचना का आदान-प्रदान करना,ज्ञानवर्धक कार्यक्र म प्रसारित करना,लोगों को […] Read more » ‘अध्यात्मवाद’ Corruption भ्रष्टाचार