परिचर्चा एस.एम.एस. से बन रही है एक नई दुनिया May 12, 2015 / May 12, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- पिछले लगभग दो वर्ष से प्रतिदिन सुबह लगभग 6 बजे मेरे मोबाइल पर एक टंकार बिना किसी नागा के बजती है और मैं उस टंकार के साथ आने वाले एस.एम.एस. को पढ़ने के लिये उत्सुक हो जाता हॅूं। इसी एस.एम.एस. के साथ मेरी दिन की शुरूआत शुभ और मंगलमय हो जाती है। ये […] Read more » Featured SMS एस.एम.एस. से बन रही है एक नई दुनिया एसएमएस
टेक्नोलॉजी मैसेजों की सीमाबंदी के बहाने मौलिक अधिकारों मे कटौती October 24, 2011 / December 5, 2011 by अभिषेक रंजन | 1 Comment on मैसेजों की सीमाबंदी के बहाने मौलिक अधिकारों मे कटौती अभिषेक रंजन विश्व के सबसे बड़े लोकतान्त्रिक देश भारत में आम जनता की आवाज़ दबाने की एक बड़ी साजिश चल रही है | आम जनता से जुड़ी बातों से बेखबर और बेपरवाह सरकार अपनी नाकामियों के उजागर होने के भय से अपने ख़िलाफ हो रहे सभी विरोधों का दमन करने पर तुली हुई है | […] Read more » SMS एसएमएस मैसेज