राजनीति मध्यप्रदेश की राजनीति में तीसरी ताकत का उभार- संभावनायें और सीमायें November 14, 2018 / November 14, 2018 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस परम्परागत रूप से मध्यप्रदेश की राजनीति दो ध्रुवीय रही है. अभी तक यहां की राजनीति में कोई तीसरी ताकत उभर नहीं सकी है.हमेशा की तरह आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इस बार यह मुकाबला बहुत करीबी हो सकता है. इसे […] Read more » अनुसूचित जाति कांग्रेस जनजाति मध्यप्रदेश की राजनीति में ओबीसी फैक्टर
प्रवक्ता न्यूज़ समाज आसाम में मूल वनवासियों और हिंदुओं के नरसंहार का कारण July 25, 2012 / July 30, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 4 Comments on आसाम में मूल वनवासियों और हिंदुओं के नरसंहार का कारण विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीणभाई तोगडि़या जी का प्रेस विज्ञप्ति बांग्लादेशी घुसपेठियों और मतों के लोभी राजनेता काशी/ दिल्ली, 25 जुलाई, 2012 आसाम में भड़के हुए दंगों में मारे गए और विस्थापित किए गए अनेकों मूल वनवासियों और हिंदुओं के लिए त्वरित न्याय की माँग करते हुए विश्व हिंदू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय […] Read more » असम दंगा जनजाति बोडो मुसलमान मुस्लिम
प्रवक्ता न्यूज़ जनजाति समाज का मूल्यबोध कायमः जुएल उरांव June 21, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on जनजाति समाज का मूल्यबोध कायमः जुएल उरांव जनजातीय समाज के विविध मुद्दों तीन दिवसीय विमर्श का समापन भोपाल, 20 जून। आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव का कहना है कि जनजाति समाज में आज भी पारंपरिक भारतीय मूल्यबोध कायम है, जबकि विकसित कहे जाने वाले वर्गों में यह तेजी से कम हो रहा है। आज जरूरत इस बात की है […] Read more » आदिवासी जनजाति
प्रवक्ता न्यूज़ वेदों की संस्कृति को जीता है जनजाति समाजः नंदकुमार साय June 19, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 4 Comments on वेदों की संस्कृति को जीता है जनजाति समाजः नंदकुमार साय राष्ट्रीय सेमीनार में जनजातीय समाज के विविध मुद्दों पर चर्चा जारी, पढ़े जा रहे शोधपत्र भोपाल, 19 जून। भारतीय जनता पार्टी-मप्र और छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रहे दिग्गज आदिवासी नेता और सांसद नंदकुमार साय का कहना है कि जनजाति समाज के लोग ही भारत की मूल संस्कृति, परंपराओं और धर्म के वाहक हैं। जनजाति समाज […] Read more » जनजाति
प्रवक्ता न्यूज़ जनजातियों की उपेक्षा कर विश्वशक्ति कैसे बनेगा भारतः प्रो. कुठियाला June 18, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment जनजातियों के सामने अस्मिता व पहचान के सवाल सबसे अहम भोपाल,18 जून। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बृजकिशोर कुठियाला का कहना है कि देश की लगभग 10 करोड़ जनसंख्या वाला जनजातीय समाज भारत में स्वतंत्रता से पूर्व से उपेक्षित रहा है। परन्तु पिछले 65 वर्षों में भी इस समाज को मुख्यधारा से […] Read more » जनजाति
विविधा वंचित जनजातियों की तरक्की में राह बनना होगा June 11, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on वंचित जनजातियों की तरक्की में राह बनना होगा – भरतचंद्र नायक अराजकता को ही सरल भाषा में जंगल कानून कहा जाता है। लेकिन यह एक हकीकत है कि जंगल कानून को तोड़कर देश और मध्यप्रदेश के जनजाति समुदाय और स्वतंत्रता प्रेमी जनता ने ब्रिटिश शासन को कड़ी चुनौती दी थी। माना जाता है कि स्वतंत्रता प्रेमी वनवासियों की उत्कट आजादी की लालसा का […] Read more » Aboriginal आदिवासी जनजाति वनवासी