धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म को यदि बचाना है तो अपने मन से सभी प्रकार के भेदभाव को दूर करना होगा May 29, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महाभारत काल के बाद से वेद और वैदिक धर्म का निरन्तर पतन देखने को मिल रहा है। ऋषि दयानन्द के जीवन में ऐसा भी समय आया जब वेद लुप्त-प्रायः हो गये थे। महाभारत काल के बाद वेदों के सत्य अर्थों का देश व समाज में प्रचार रहा हो, इसका प्रमाणित विवरण […] Read more » Featured ईश्वर ऋषि दयानन्द ऋषि मुनियों चित्त जातिवाद ज्ञानेन्द्रिय पांच कर्मेन्द्रिय बुद्धि मन मनुस्मृति महाभारत व ब्राह्मण रामायण वैदिक साहित्य
धर्म-अध्यात्म सच्ची स्तुति करने वालों को ईश्वर असंख्य ऐश्वर्य एवं अतुल विज्ञान देता है May 23, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर ने समस्त चराचर जगत को बनाया है। वही इसका पालन कर रहा है और वही इस ब्रह्माण्ड की अवधि पूर्ण होने पर इसकी प्रलय करता है। हमारे भीतर ज्ञान प्राप्ति की जो क्षमतायें हैं उसका अधिक से अधिक प्रयोग करके भी हम इस ब्रह्माण्ड की विशालता व इसके स्वरूप को पूर्णता […] Read more » Featured अनादि अनुत्पन्न अमर अल्पज्ञ अल्पशक्तिमान अविनाशी आत्मा अतिसूक्ष्म एकदेशी कर्मेन्द्रिय जन्म-मरण धर्मा ज्ञानेन्द्रिय महर्षि दयानन्द ससीम