कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार नव संवत्सर : भारत का नव वर्ष March 30, 2025 / March 31, 2025 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी आज यह प्रामाणिक रूप से कहा जा सकता है कि अपने स्वर्णिम अतीत को विस्मृत करने वाला भारतीय समाज अब अपनी जड़ों की ओर लौट रहा है। सही मायनों में कहा जाए तो समाज प्राकृतिक होने की ओर कदम बढ़ा चुका है। विश्व की महान और शाश्वत परंपराओं का धनी भारत देश भले […] Read more » Nav Samvatsara: India's New Year नव संवत्सर
कला-संस्कृति विविधा वर्ष का नया प्रथम दिन नव-संवत्सर इतिहास का एक गौरवपूर्ण दिन March 18, 2018 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on वर्ष का नया प्रथम दिन नव-संवत्सर इतिहास का एक गौरवपूर्ण दिन -मनमोहन कुमार आर्य चैत्र शुक्ल प्रतिपदा अर्थात् 18 मार्च, सन् 2018 से नव सृष्टिसंवत एवं विक्रमी संवत्सर का आरम्भ हो रहा है। हमारे पास काल वा समय की अवधि की जो गणनायें हैं वह मुख्यतः दिन, सप्ताह, माह व वर्ष में होती हैं। यदि सृष्टि की उत्पत्ति, मानवोत्पत्ति अथवा वेदोत्पत्ति का काल जानना हो तो […] Read more » Featured Hindu new year New day of the year a glorious day नव संवत्सर
विविधा अभिनन्दन: नव-संवत्सर March 16, 2018 by संजय कुमार (कुरुक्षेत्र) | Leave a Comment यूरोपीय सभ्यता के वर्चस्व के कारण विश्व भर में 1 जनवरी को नववर्ष मनाया जाता है। भारत में भी अधिकांश लोग अंग्रेजी कलैण्डर के अनुसार नववर्ष 1 जनवरी को ही मनाते हैं किन्तु हमारे देश में एक बड़ा वर्ग चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को नववर्ष का उत्सव मनाता है। यह दिवस बहुसंख्यक […] Read more » नव संवत्सर
कविता साहित्य नव संवत्सर पर इड़ा, मही, सरस्वती को नमन March 29, 2016 by विमलेश बंसल 'आर्या' | Leave a Comment विमलेश बंसल ‘आर्या’ नमन तुम्हें हे नव संवत्सर, नमन तुम्हें हे आर्य समाज। नमन तुम्हें हे भारत माता, नमन तुम्हें हे प्रिय ऋषिराज।। नव संवत् की चैत्र पंचमी, आर्य समाज बनाया था। गहन नींद से जगाकर ॠषि ने, सत्य का बोध कराया था।। पीकर विष पत्थर खा खाकर, पुनः किया हमको आगाज़॥ नमन तुम्हें […] Read more » नव संवत्सर नव संवत्सर पर इड़ा सरस्वती को नमन
कविता धर्म-अध्यात्म नूतन नवल उमंग March 24, 2015 by हिमकर श्याम | 4 Comments on नूतन नवल उमंग [नव संवत्सर, सरहुल और रामनवमी पर दोहे] नव संवत्, नव चेतना, नूतन नवल उमंग। साल पुराना ले गया, हर दुख अपने संग।। चैत शुक्ल की प्रतिपदा, वासन्तिक नवरात। संवत्सर आया नया, बदलेंगे हालात।। जीवन में उत्कर्ष हो, जन-जन में हो हर्ष। शुभ मंगल सबका करे, भारतीय नव वर्ष।। ढाक-साल सब खिल […] Read more » चैत शुक्ल की प्रतिपदा नव संवत्सर नूतन नवल उमंग रामनवमी वासन्तिक नवरात