कविता नारी तुम नारायणी नर है तुम्हारा अंश December 29, 2020 / December 29, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकनारी तुम्हारी सुंदरता है स्वर्ग से सुन्दर,नारी तुम्हारी आस्था है सृष्टि के ऊपर! नारी तुम्हारी इच्छा से ही उपजा अक्षर,कवि की लेखनी औ’ योद्धा की तलवार! नारी की प्रेरणा से सब करते चमत्कार,नारी तुम्हारे प्रेम से ही फैला ये संसार! नारी की उपेक्षा हीं है यमराज का द्वार,नारी की करुणा ही है बुद्ध […] Read more » नारी तुम नारायणी
कविता नारी तुम नारायणी हो नर का सृजनहार December 27, 2020 / December 27, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकनारी के ह्रदय में अमृत, मन में प्यार,नारी तुम्हारे सामने,बौना है ये संसार! तुम असीम,अतुलनीय ईश्वरीय शक्ति,तुलना तुम्हारी नर से करना है बेकार! तुम्हीं सरस्वती-भगवती-भवानी-मानवी,तुम अक्षर-जर-शक्ति-संस्कृति आधार! तुम्हारे सिवा ईश्वर को देखा है किसने,ईश्वर-अल्ला-भगवान होते हैं निराकार! राम-कृष्ण-बुद्ध-जिन-ईसा-गुरु-पैगम्बर,पाए हैं सबने तुम्हारी कोख में आकार! हिमगिरि सा उतुंग, तुम सागर सी गहरीतुम दया-माया-ममता-करुणा की […] Read more » female Creator of male Woman you are Narayani नारी तुम नारायणी