धर्म-अध्यात्म ‘ईश्वर हमें मृत्यु से हटाकर अमृत वा मोक्ष की ओर ले चले’ November 8, 2018 / November 8, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, संसार भौतिक प्रगति करते हुए प्रतिदिन नई-नई खोजें कर रहा है और मनुष्य जीवन को सुखी व सुविधाओं से युक्त कर दिन प्रतिदिन नये-नये उपकरणों का निर्माण कर रहा है। संसार में अध्यात्मवाद और भौतिक वाद पर दृष्टि डालें तो पाते हैं कि संसार में अध्यात्मिकता न के बराबर है। सर्वत्र भौतिकवाद […] Read more » ‘ईश्वर हमें मृत्यु से हटाकर अमृत वा मोक्ष की ओर ले चले’ आचार्य डॉ. रामनाथ ऋषि दयानन्द पं. गंगाप्रसाद उपाध्याय पं. गुरुदत्त विद्यार्थी पं. लेखराम स्वामी दर्शनानन्द स्वामी विद्यानन्द सरस्वती स्वामी श्रद्धानन्द
धर्म-अध्यात्म “आर्यसमाज का मुख्य उद्देश्य सत्य ज्ञान वेद का प्रचार कर असत्य एवं अज्ञान को दूर करना” October 25, 2018 / October 25, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज एक धार्मिक, सामाजिक, राष्ट्रीय, देश-समाज का रक्षक, अन्धविश्वासों से मुक्त तथा अन्धविश्वासों व सामाजिक कुरीतियों को दूर करने वाला विश्व के इतिहास में अपूर्व संगठन है। विचार करने पर निष्कर्ष निकलता है कि आर्यसमाज का मुख्य उद्देश्य अविद्या का नाश तथा विद्या की वृद्धि करना है। विद्या किसे कहते हैं और […] Read more » आचार्य डा. रामनाथ वेदालंकार पं. कालूराम जी पं. गंगा प्रसाद उपाध्याय पं. गणपति शर्मा पं. गुरुदत्त विद्यार्थी पं. बुद्धदेव मीरपुरी पं. लेखराम पं. शिवशंकर शर्मा महात्मा हंसराज स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती स्वामी विद्यानन्द सरस्वती स्वामी वेदानन्द तीर्थ स्वामी श्रद्धानन्द
धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज धामावाला देहरादून का का सत्संग- ‘जो मनुष्य स्वराज्य की अर्चना करेगा वह कभी बुरा काम नहीं करेगाः आचार्य सत्यदेव निगमालंकार’ August 20, 2018 / August 20, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज धामावाला, देहरादून ऋषि दयानन्द द्वारा सन् 1879 में स्थापित आर्यसमाज है। ऋषि ने यहां विश्व की सबसे पहली शुद्धि की थी जिसमें जन्म से मुस्लिम बन्धु श्री मोहम्मद उमर को उनकी इच्छा से परिवार सहित ‘वैदिक धर्मी आर्य’ बनाया था। उनका नाम भी बदल कर अलखधारी किया था। यह व्यक्ति अपने […] Read more » Featured अटल बिहारी वाजपेयी ऋषि दयानन्द केरल देवयज्ञ अग्निहोत्र पं. गुरुदत्त विद्यार्थी पं. राम प्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां पं. रामप्रसाद बिस्मिल बंगाल लाला लाजपतराय स्वामी श्रद्धानन्द
धर्म-अध्यात्म “विद्यायुक्त सत्य वैदिक धर्म की उन्नति में बाधायें” August 4, 2018 / August 4, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक धर्म संसार का सबसे प्राचीनतम एवं ज्ञान विज्ञान से युक्त प्राणी मात्र का हितकारी धर्म है। यही एक मात्र धर्म है जो मनुष्यों को श्रेष्ठ गुण, कर्म व स्वभाव को धारण करने की प्रेरणा करता है। वैदिक धर्म से इतर हिन्दू, जैन, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम आदि मत-मतान्तर हैं। धर्म श्रेष्ठ गुण–कर्म–स्वभाव […] Read more » “विद्यायुक्त सत्य वैदिक धर्म की उन्नति में बाधायें” Featured ऋषि दयानन्द कृपासागर नित्य मुक्तस्वभाव वाला नित्य शुद्ध पं. गुरुदत्त विद्यार्थी पं. लेखराम जी महात्मा हंसराज सच्चिदानन्दानन्तस्वरूप स्वामी श्रद्धानन्द जी
धर्म-अध्यात्म ‘ऋषि दयानन्दभक्त पं. गुरुदत्त विद्यार्थी के कुछ प्रेरक प्रसंग’ July 22, 2016 / July 22, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य पं. गुरुदत्त विद्यार्थी जी का आर्यसमाज के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। आप बहुमुखी प्रतिभा से सम्पन्न युवक थे। मात्र 26 वर्ष के अल्प जीवन काल में ही आपने वैदिक धर्म और आर्यसमाज की जो सेवा की है उसका मूल्याकंन करना अतीव कठिन कार्य है। दयानन्द एंग्लो वैदिक स्कूल व कालेज की […] Read more » ऋषि दयानन्दभक्त पं. गुरुदत्त विद्यार्थी