धर्म-अध्यात्म कहो कौन्तेय-३१ (महाभारत पर आधारित उपन्यास-अंश) September 25, 2011 / December 6, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment (पाण्डवों की दासता से मुक्ति) विपिन किशोर सिन्हा अब धृतराष्ट्र ने भी मुंह खोला – “पुत्रवधू कृष्णा! तुम मेरी पुत्रवधुओं में सबसे श्रेष्ठ एवं धर्मपारायण हो। तुम्हारा सतीत्व और तुम्हारी भक्ति तुम्हें सम्मानित करते हैं। तुमने अपनी महिमा प्रकट कर दी है। तुम्हारा पातिव्रत्य असंदिग्ध है। तुम्हारी निष्ठा पर मैं अत्यन्त प्रसन्न हूं। तुम मुक्त […] Read more » Kaho Kauntey कहो कौतेन्य पाण्डवों की दासता से मुक्ति