कविता जब याद मेरी तुमको आये April 28, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment जब याद मेरी तुमको आये बस जरा सी गर्दन झुका लेना मै तुम्हारे दिल में ही रहती हूँ बस मेरी शक्ल तुम देख लेना प्रेम पथिक हो तुम अब मेरे थोड़ी सी प्रतीक्षा कर लेना प्रेम पगडंडिया पंगु होती थोडा सा तुम कष्ट उठा लेना प्राणों से तुम मेरे प्यारे हो नैनों में मुझे तुम […] Read more » Featured नींद तुमको प्राणों बरसते बादल बिस्तर
कविता विरहणी का सन्देश वाहक बादल March 21, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment नन्ही नन्ही जल की बूँदे,जब बरसाता है बादल धरती भी लहरा देती है, उसे अपना सूखा आँचल जीव-जन्तु भी खुश हो जाते है,जब लाता बूँदे बादल विरहणी भी लगा लेती है ,अपनी आँखों में काजल घन-घोर घटाये घुमड़ती है,और शोर मचाता है बादल दामिनी भी खूब दमकती है प्रेमिका हो जाती है पागल आसमान में […] Read more » बादल बादल पर कविता
कविता आज जब बादल छाएं June 18, 2014 / October 8, 2014 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment -प्रवीण गुगनानी- (१) कैसे होगा बादल कभी और नीचे और बरस जायेगा, फुहारों और छोटी बड़ी बूंदों के बीच, मैं याद करूंगा तुम्हें और तुम भी बरस जाना (२) कुछ बूंदों पर लिखी थी तुम्हारी यादें, जो अब बरस रही है, सहेज कर रखी इन बूंदों पर से नहीं धुली तुम्हारी स्मृतियां न ही नमी […] Read more » बादल बादल पर कविता हिन्दी कविता