कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म युवाओं के लिए प्रेरक भगवान श्रीराम April 5, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment समाजिक समरसता की स्थापना के लिए भगवान श्रीराम ने सदा न्याय का साथ दिया और अन्याय के विरूद्ध खड़े हुये। इसका संुदर उदारहण बालिवध का प्रसंग है। बालि ने जब धर्म की दुहाई देते हुए श्रीरामजी के कार्य को अन्याय बताया तो उन्होनें उसकी बात का खण्डन करते हुए कहा कि -”बालि तुम्हें तुम्हारे पाप का ही दण्ड मिला है। तुमने अपने छोटे भाई की स्त्री को जो तुम्हारी पुत्रवधू के समान है बलपर्वूक रख लिया है। अतः तुम्हें दण्ड देकर मैनें राजधर्म, मित्रधर्म एवं प्रतिज्ञा का पालन किया है।“ Read more » भगवान श्रीराम रामनवमी
कला-संस्कृति शख्सियत सामाजिक समरसता के प्रतीक भगवान श्रीराम April 14, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | 1 Comment on सामाजिक समरसता के प्रतीक भगवान श्रीराम 15 अप्रैल श्री रामनवमी पर विशेषः- मृत्युंजय दीक्षित भारत विविधतापूर्ण भाशा संस्कृति वाला देश है। देश को एक सूत्र में पिरोकर रखने के लिए ऐसे नेतृत्व की सदैव आवष्यकता रही है जो समस्त विविधताओं में समन्वय स्थापित कर सामाजिक व्यवस्था में समरसता बनाएं रख सकें। इस दृष्टि से मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम सामाजिक समरसता के […] Read more » Featured Ram navami भगवान श्रीराम