धर्म-अध्यात्म “प्राचीन भारत सकारण अध्यात्म प्रधान देश था” September 11, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आज हम जिस युग में जीवन व्यतीत कर रहे हैं वह आधुनिक युग कहा जाता है। महाभारत काल से पूर्व का प्राचीन भारत अपने समय में तो आधुनिक ही कहा जाता रहा होगा परन्तु उस समय के विद्वानों व मनीषियों ने आध्यात्म और भौतिकवाद में से अध्यात्म का चयन किया था। यह […] Read more » अज्ञान-अशिक्षा अभाव अवैदिक मूर्तिपूजा अशिक्षा ऊंच-नीच ऋषि दयानन्द कुपोषण धनी-निर्धन बेरोजगारी भेदभाव मत-मतान्तर
टॉप स्टोरी धर्म, मत-मतान्तर और भूख February 4, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment धर्म और भूख में क्या परस्पर कोई सम्बन्ध है? हां, अवश्य है, कम से कम भारत में तो रहा है और अब भी है, ऐसा स्पष्ट प्रतीत होता है। धर्म दो प्रकार के हैं एक तो वास्तविक, यथार्थ या सत्य धर्म है जो संसार के सभी लोगों के लिए एक समान है, इसलिए वह सबका […] Read more » धर्म भूख मत-मतान्तर मत-मतान्तर और भूख’