Tag: मार्क्सवाद

राजनीति

मार्क्सवाद में ‘इन्हैरंट डिफेक्ट’ है, इसके लिए अभिमन्यु की जरूरत ही नहीं है / धनाकर ठाकुर

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गोष्ठी में यह जानते हुए भी कि कवि-पत्रकार मंगलेश डबराल घोषित वामपंथी हैं, अध्यक्षता का आमन्त्रण देना सोचनीय था वैसे विषय “समांतर सिनेमा का सामाजिक प्रभाव” सामाजिक था. प्रतिष्ठान भी क्या प्रगतिशीलता का प्रमाणपत्र चाहता है? उन्होंने प्रतिष्ठान में अपनी उपस्थिति को ‘चूक’ बताया तो इसमें अचरज की बात नहीं हुई. वामपंथ से जुड़ी बौद्धिकधारा […]

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राजनीति

लोकतंत्र में संघ का कु-संग और कम्युनिस्टों का सत्संग / जगदीश्वर चतुर्वेदी

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‘भारत नीति प्रतिष्ठान और मंगलेश डबराल’ विवाद को लेकर हम ‘प्रवक्ता’ पर ‘वैचारिक छुआछूत’ पर केन्द्रित बहस चला रहे हैं. इसी क्रम में हमने सर्वश्री जगदीश्वर चतुर्वेदी और विपिन किशोर सिन्हा से आग्रह किया था कि इस विषय पर अपने विचार हमें भेंजे. यह प्रसन्नता का विषय है कि दोनों महानुभावों के लेख हमें प्राप्त […]

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