कविता तुम्हारी आँखें April 1, 2015 / April 4, 2015 by अनुप्रिया अंशुमान | Leave a Comment —-अनुप्रिया अंशुमान मोहब्बत की दुनिया है तुम्हारी आँखें, चमकता हुआ सितारा है तुम्हारी आँखें । तुम्हारे ही दम से है मेरा ये नसीब, मेरी पहचान है ये तुम्हारी आँखें ॥ आँखें बोलती है तुम्हारे दिल की धड़कन, दिल की धडकनों की आवाज़ है तुम्हारी आँखें । आँखों से बरसता है जहाँ हल्का सा नशा ॥ […] Read more » Featured चमकता हुआ सितारा है तुम्हारी आँखें । तुम्हारे ही दम से है मेरा ये नसीब तुम्हारी आँखें मेरी पहचान है ये तुम्हारी आँखें ॥ मोहब्बत की दुनिया है तुम्हारी आँखें