व्यंग्य साहित्य रसगुल्ला युद्ध का मीठा समाधान November 16, 2017 by विजय कुमार | 1 Comment on रसगुल्ला युद्ध का मीठा समाधान कल सुबह शर्मा जी पार्क में घूमने आये, तो उनके हाथ में कोलकाता के प्रसिद्ध हलवाई के.सी.दास के रसगुल्लों का एक डिब्बा था। उन्होंने सबका मुंह मीठा कराया और बता दिया कि सरदी बढ़ गयी है। अतः फरवरी के अंत तक सुबह घूमना बंद। इसलिए ये रसगुल्ला सुबह की सैर से विदाई की मिठाई है। […] Read more » Featured रसगुल्ला