समाज पहली बारिश की सौंधी सुगंध-सी हैं ‘रिश्तों की बूंदें’ July 2, 2018 / July 2, 2018 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment – लोकेन्द्र सिंह कवि के कोमल अंतस् से निकलती हैं कविताएं। इसलिए कविताओं में यह शक्ति होती है कि वह पढऩे-सुनने वाले से हृदय में बिना अवरोध उतर जाती हैं। कवि के हृदय से पाठक-श्रोता के हृदय तक की यात्रा पूर्ण करना ही मेरी दृष्टि में श्रेष्ठ काव्य की पहचान है। युवा कवि सुदर्शन व्यास के […] Read more » 'रिश्तों की बूंदें Featured ऋषि वाल्मीकि कविताओं पहली बारिश की सौंधी सुगंध-सी हैं 'रिश्तों की बूंदें' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी