समाज क्या वैदिक वर्णव्यवस्था वर्तमान युग में व्यावहारिक है? November 6, 2016 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on क्या वैदिक वर्णव्यवस्था वर्तमान युग में व्यावहारिक है? मनमोहन कुमार आर्य वैदिक वर्ण व्यवस्था क्या है? वैदिक वर्ण व्यवस्था वह सामाजिक व्यवस्था है जिसमे समाज के सभी मनुष्यों को उनके गुण, कर्म व स्वभाव के अनुसार चार वर्णों ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य व शूद्र में वर्गीकृत किया गया है। यह व्यवस्था वर्तमान की जन्मना जाति व्यवस्था अर्थात् मनुष्य के जन्म पर आधारित व्यवस्था से […] Read more » Featured वर्णव्यवस्था वर्तमान युग में व्यावहारिक वैदिक वर्णव्यवस्था
धर्म-अध्यात्म समाज महर्षि दयानन्द का वर्णव्यवस्था पर ऐतिहासिक उपेदश July 29, 2015 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on महर्षि दयानन्द का वर्णव्यवस्था पर ऐतिहासिक उपेदश आज से लगभग 140 वर्ष पूर्व हमारा समाज अज्ञान व अन्धकार से आवृत्त तथा रूढि़वादी परम्पराओं में जकड़ा हुआ था। सामाजिक विषमता अपने जटिलतम रूप में व्याप्त थी। ऐसे समय में महर्षि दयानन्द ने वेद एवं वैदिक साहित्य से समाज सुधार के क्रान्तिकारी विचारों व मान्यताओं को प्रस्तुत किया था। यह भी तथ्य है कि […] Read more » महर्षि दयानन्द वर्णव्यवस्था