समाज स्वच्छ तन, स्वच्छ मन से बनता नया समाज March 8, 2018 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment -अशोक “प्रवृद्ध” दो अक्टूबर 2019 तक देश के हर परिवार को शौचालय सहित स्वच्छता-सुविधा उपलब्ध कराने, ठोस और द्रव अपशिष्ट निपटान व्यवस्था, गाँव में सफाई और सुरक्षित तथा पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य और भारत को पूर्ण स्वच्छ बनाने के लक्ष्य के साथ देश की राजधानी नई दिल्ली के राजघाट पर […] Read more » clean minded building new society Clean society swacch bharat शौचालय
प्रवक्ता न्यूज़ सार्थक पहल मेरे घर मे शौचालय है। July 15, 2016 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment गांव की प्रतिष्ठा का प्रतीक-शौचालय ऊषा राय अपनी माँ और दादी के साथ उत्र प्रदेश मे अमेठी जिले के नोहरेपुर मे रहने वाली सत्रह साल कि कृष्णा अपने घर मे शौचलय बनवाना चहती थी। उसके भाई और उसके पिता जो मुम्बई मे काम करते हैँ, उनकी मंज़ूरी के बिना घर मेँ शौचलय नही बन सकता […] Read more » शौचालय
जन-जागरण स्कूलों में लड़कियों के लिए अलग शौचालय के आंकड़ों की बाजीगरी October 8, 2014 by संजय कुमार बलौदिया | Leave a Comment संजय कुमार बलौदिया राष्ट्रीय शिक्षा योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय के आंकड़ों के आधार पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय और सरकार कह रही है कि कुल सरकारी स्कूल 10,94,431 में से सिर्फ 1,01,443 स्कूलों में ही लड़कियों के लिए शौचालय नहीं है और 87,984 स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालय काम नहीं कर रहे है। जिन […] Read more » शौचालय
विविधा ‘पहले शौचालय’ का सोच बनाम जमीनी हकीकत July 2, 2014 by मिलन सिन्हा | Leave a Comment -मिलन सिन्हा- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश के कई अन्य प्रभावशाली नेता समय समय पर किसी न किसी मंच से देश में ‘पहले शौचालय’ की चर्चा करके अपनी अपनी चिंता व्यक्त करते रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके आकड़ों व तथ्यों पर गौर करें तो शौचालय से जुड़ी समस्या वाकई बेहद सोचनीय है। कहिये, क्या यह […] Read more » भारतीय शौचालय शौचालय
आलोचना कनिष्क : खाने को दाना नहीं शौचालय बनाना है। August 17, 2009 / December 27, 2011 by कनिष्क कश्यप | Leave a Comment अपने देश का दुर्भाग्य है,हम हर चीज पहले हीं देख लेते हैं और हजारों साल ढोने के बाद भी उसे पुरी तरह आत्मसात नहीं कर पाते। आप इस कथ्य का द्र्श्टांत देखें तो फेहरिस्त लम्बी बनेगी। हमने लोकतंत्र और गणराज्य हज़ारों वर्ष पहले देखा, जिया और लिखा। पर आजतक हम एक आदर्श स्वरूप नहीं दे […] Read more » Toilet शौचालय