विविधा अलग और अनूठा रहा हजारे आन्दोलन April 11, 2011 / December 14, 2011 by शादाब जाफर 'शादाब' | Leave a Comment शादाब जफर ”शादाब” मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंजिल मगर, लोग साथ आते गये और कॉरवा बनता गया। इन पंक्तियो को मशहूर गॉधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने भ्रष्टचार के खिलाफ जन लोकपाल बिल को पास कराने को लेकर सरकार की नीतियो के खिलाफ मंगलवार 5 अप्रैल 2011 को जंतर मंतर पर अपने आमरण अनषन के […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जनलोकपाल विधेयक भ्रष्टाचार
विविधा अन्ना, आई मस्ट सैल्यूट यू April 11, 2011 / December 14, 2011 by लिमटी खरे | 3 Comments on अन्ना, आई मस्ट सैल्यूट यू लिमटी खरे सवा अरब की आबादी है जो भारत के भूमण्डल में निवास करती है। सवा सौ साल पुरानी कांग्रेस जिसने भारत वर्ष पर आजादी के उपरांत आधी सदी से ज्यादा राज किया है। दोनों के साथ ही सवा सैकड़ा का आंकड़ा जुड़ा हुआ है। कांग्रेस अब तक देश की जनता को एक ही लाठी […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जन लोकपाल विधेयक भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टों को अन्ना के अनशन से होना चाहिए शर्मसार April 11, 2011 / December 14, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे अमेरिकी मूल के गोरे लेखक जोसेफ लेलीवेल्ड की किताब में महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं। कहा गया है कि बापू 1908 में चार बच्चों को जन्म देने के बाद कस्तूरबा गांधी से प्रथक होकर कालेनबाश के साथ रहने चले गए थे। इस किताब में अनेक पत्रों का हवाला देकर बापू […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जन लोकपाल विधेयक भ्रष्टाचार
विविधा जंतर मंतर पर फिर हुई ‘गांधीवाद की जय’ April 10, 2011 / December 14, 2011 by तनवीर जाफरी | 3 Comments on जंतर मंतर पर फिर हुई ‘गांधीवाद की जय’ तनवीर जाफ़री वयोवृध्द गांधीवादी नेता एवं समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का, देश में व्याप्त भ्रष्टाचार से तंग आकर किया गया आमरण अनशन समाप्त हो गया। केंद्र सरकार ने अन्ना हजारे की अधिकांश मांगों को स्वीकार कर लिया। गोया जंतर मंतर पर एक बार फिर गांधी के सत्य अहिंसा व बलिदान की पताका देश में […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जन लोकपाल बिल
विविधा वर्चुअल अन्ना का नकली मीडिया संग्राम April 10, 2011 / December 14, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 6 Comments on वर्चुअल अन्ना का नकली मीडिया संग्राम जगदीश्वर चतुर्वेदी अन्ना हजारे बड़े हैं। आदरणीय हैं। संघर्षपूर्ण जीवन जीते रहे हैं। लेकिन जन्तर-मन्तर में उन्होंने इसबार आम जनता के साथ आंदोलन का जो नाटक खेला है उसे श्रद्धा को एक तरफ रखकर राजनीतिक भाषा में पढ़ने की जरूरत है। इस बात को कहने का यह अर्थ नहीं है कि उनके प्रति किसी तरह […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे लोकपाल बिल
विविधा सॉरी गांधी! सॉरी अन्ना! April 10, 2011 / December 14, 2011 by आशुतोष | 4 Comments on सॉरी गांधी! सॉरी अन्ना! आशुतोष आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री चले गये। छायावाद के इस पुरोधा ने सौ से अधिक रचनायें लिखीं, पांच हजार से अधिक गीत। कोई एक गीत दूसरे की प्रतिलिपि नहीं। साहित्य में ही नहीं, निजी जीवन में भी प्रसाद और निराला के अनुयायी, उन्हीं की तरह स्वाभिमानी। कुछ समय पूर्व सरकार ने पद्म पुरस्कार देने का […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे भ्रष्टाचार महात्मा गांधी
विविधा अन्ना हजारे, एनजीओ राजनीति और मीडिया का कटु सत्य April 9, 2011 / December 14, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 15 Comments on अन्ना हजारे, एनजीओ राजनीति और मीडिया का कटु सत्य जगदीश्वर चतुर्वेदी अन्ना हजारे वायदे के मुताबिक आज सुबह 10 बजे अनशन तोड़ देंगे और अपने ठीया पर चले जाएंगे। अन्ना हजारे का अनशन निश्चित रूप से एक सकारात्मक अनशन था। यह अनशन नव्य उदार राजनीति की दबाब की राजनीति का हिस्सा है। नव्य उदार राजनीति अनेक काम जनता के दबाब से करती है।सत्ता पर्दे […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जन लोकपाल बिल
राजनीति भ्रष्टाचार और अन्ना हजारे की मृग-मरीचिका April 8, 2011 / December 14, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 11 Comments on भ्रष्टाचार और अन्ना हजारे की मृग-मरीचिका जगदीश्वर चतुर्वेदी समसामयिक दौर में प्रतीकात्मक आंदोलन हो रहे हैं। इन आंदोलनों को सैलीब्रिटी प्रतीक पुरूष चला रहे हैं। इस दौर के संघर्ष मीडिया इवेंट हैं। ये जनांदोलन नहीं हैं।अन्य प्रतीक पुरूषों की तरह अन्ना हजारे मीडिया पुरूष हैं। इवेंट पुरूष हैं। इनकी अपनी वर्गीय सीमाएं हैं और वर्गीय भूमिकाएं हैं। मीडिया पुरूषों के संघर्ष […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे
विविधा अन्ना के संग हजार April 8, 2011 / December 14, 2011 by मुकुल मिश्रा | 6 Comments on अन्ना के संग हजार मुकुल मिश्रा कोलकाता के मेट्रो चैनल के पास लोग अन्ना हजारे के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे थे. संख्या हजारों में थी. अधिकतर युवा, शिक्षित अथवा कॉलेज जाने वाले विद्यार्थी! मैं भी अन्ना साहब को नैतिक समर्थन देने के लिहाज से वहाँ उपस्थित था. लेकिन जब वहाँ उपस्थित कुछ लोगों से जनलोकपाल बिल के […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जन लोकपाल बिल
विविधा क्या जंतर मंतर बन पायेगा तहरीर चौक ? April 7, 2011 / December 14, 2011 by अंकुर विजयवर्गीय | Leave a Comment कल रात एक पत्रकार मित्र का फोन आया। बेहद हड़बड़ाये हुए थे। पत्रकारिता की भाषा में कहें तो पूरे पगलाये हुए थे। फोन उठाते ही दुआ सलाम के बिना ही बोले कि “अंकुर बाबू कल जंतर मंतर चलना है। अन्ना हजारे हमारे जैसे लोगों के लिए अनशन पर बैठे हैं। हमें उनका समर्थन जरूर देना […] Read more » Anna Hazare
खेल जगत बज उठा जनक्रांति का बिगुल April 7, 2011 / December 14, 2011 by डब्बू मिश्रा | 1 Comment on बज उठा जनक्रांति का बिगुल काम नही आई सचिन पर खेली गई रणनीती । जी हां मैं बिलकुल सही हूँ । जब तक विश्वकप चला रहा था सोनिया राहुल प्रधानमंत्री हर कोई अपने को क्रिकेट प्रेमी दर्शा रहा था । क्रिकेट की आड में सरकार बचती चली गई क्योंकि जनता का ध्यान विश्व कप पर था । विश्व कप खत्म […] Read more » Anna Hazare
विविधा हजारे के सुझाव उचित, लेकिन स्वयं लोकपाल बिल बनाने की मांग असंवैधानिक! April 7, 2011 / December 14, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 16 Comments on हजारे के सुझाव उचित, लेकिन स्वयं लोकपाल बिल बनाने की मांग असंवैधानिक! डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ इस बात में कोई शक नहीं है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई जानी चाहिये और समाजसेवी अन्ना हजारे एवं उनके साथियों की ओर से लोकपाल बिल की कमियों के बारे में कही गयी बातें पूरी तरह से न्यायोचित भी हैं| जिनका हर भारतवासी को समर्थन करना चाहिये| इसके उपरान्त […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे