समाज साख पर आंच! January 25, 2018 by शिव शरण त्रिपाठी | Leave a Comment अपनी कौस्तुभ जयंती मनाने की ओर अग्रसर भारतीय गणतंत्र की पीड़ा तो उसकी आत्मा ही समझ सकती हैं। हां उसकी पीड़ा वे भी शिद्दत से महसूस करते होंगे जिन्हे उस पर हमेशा से नाज रहा है। उसकी पीड़ा अनायास नहीं है। हालांकि उसे अपनी पीड़ा तब तक सह रही जब तक यदा-कदा देश के आमजन […] Read more » Judiciary legislature shahbano case triple talaq अघोषित आपातकाल से जूझता देश गणतंत्र दिवस न्यायपालिका विधायिका
विधि-कानून विविधा देश में न्याय की उम्मीद जगाते हाल के फैसले September 10, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment अभी हाल ही में भारत में कोर्ट द्वारा जिस प्रकार से फैसले दिए जा रहे हैं वो देश में निश्चित ही एक सकारात्मक बदलाव का संकेत दे रहे हैं। 24 साल पुराने मुम्बई बम धमाकों के लिए अबु सलेम को आजीवन कारावास का फैसला हो या 16 महीने के भीतर ही बिहार के हाई प्रोफाइल […] Read more » Featured hope of justice Judiciary justice न्याय न्याय की उम्मीद
राजनीति कुमार केतकर साहब “नमक का कर्ज़” उतारिये, लेकिन न्यायपालिका को बख्श दीजिये… October 25, 2011 / December 5, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 3 Comments on कुमार केतकर साहब “नमक का कर्ज़” उतारिये, लेकिन न्यायपालिका को बख्श दीजिये… सुरेश चिपलूनकर संघ-भाजपा-हिन्दुत्व के कटु आलोचक, बड़बोले एवं “पवित्र परिवार” के अंधभक्त श्री कुमार केतकर के खिलाफ़ दापोली (महाराष्ट्र) पुलिस ने कोर्ट के आदेश के बाद मामला दर्ज कर लिया है। अपने एक लेख में केतकर साहब ने सदा की तरह “हिन्दू आतंक”, “भगवा-ध्वज” विरोधी राग तो अलापा ही, उन पर केस दर्ज करने का […] Read more » Judiciary कुमार केतकर
विधि-कानून सवाल न्यायपालिका की साख का – अमलेन्दु उपाधयाय October 22, 2009 / December 26, 2011 by अमलेन्दु उपाध्याय | 1 Comment on सवाल न्यायपालिका की साख का – अमलेन्दु उपाधयाय गाजियाबाद के पीएफ धोटाले के मूख्य अभियुक्त आशुतोष अस्थाना की मौत पर दो पंक्तियों में सिर्फ इतना ही कहा जा सकता है – ‘अधेरों ने हमारे अंजुमन की आबरू रख ली/ न जाने कितने चेहरे रोशनी में आ गए होते।’ दीपावली वाले दिन अस्थाना की गाजियाबाद की जिला जेल में रहस्यमय मौत हो गई थी। […] Read more » Amlendu Upadhyay Integrity of Judiciary Judiciary अमलेन्दु उपाधयाय न्यायपालिका न्यायपालिका की साख