सिनेमा ‘खाप’ बनाम ‘खाप’ के निहितार्थ चन्द यक्ष प्रश्न July 29, 2011 / December 8, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on ‘खाप’ बनाम ‘खाप’ के निहितार्थ चन्द यक्ष प्रश्न राजेश कश्यप उत्तरी भारत की खाप-प्रथा के खिलाफ ओमपुरी द्वारा अभिनीत फिल्म ‘खाप’ आगामी २९ जुलाई को रीलिज होने जा रही है। क्योंकि फिल्म अत्यन्त संवेदनशील मुद्दे पर बनी है, तो फिल्म के निहितार्थ कुछ तथ्यों पर गहन मन्थन करना अत्यन्त अनिवार्य हो जाता है। चूंकि सिनेमा, समाज का दर्पण होता है और उसने खाप […] Read more » Khap खाप’
समाज हत्याएं: सम्मान की खातिर या सम्मान की? July 14, 2010 / December 23, 2011 by तनवीर जाफरी | 1 Comment on हत्याएं: सम्मान की खातिर या सम्मान की? -तनवीर जाफ़री मध्यम एवं निम्न मध्यम वर्ग के प्रेमी युगल इन दिनों काफी संकट के दौर से गुजर रहे हैं। कहीं खाप पंचायतों के ‘तालिबानी’ फरमानों के तहत उनकी हत्याएं की जा रही हैं तो कहीं उन्हें अपने प्रेम की सजा भुगतने के अंतर्गत अपने पुश्तैनी गांव छोड़कर अन्यत्र चले जाने के ‘आदेश’ दिए जा […] Read more » Khap खाप
विविधा देश की न्यायपालिका को चुनौती देते खाप पंचायतों के तालिबानी फैसले April 3, 2010 / December 24, 2011 by निर्मल रानी | 1 Comment on देश की न्यायपालिका को चुनौती देते खाप पंचायतों के तालिबानी फैसले खापों एवं पंचायतों का प्रचलन दरअसल हमारे समाज में आम लोगों के परस्पर मतभेदों को सुलझाने, उन्हें कोर्ट कचेहरी के चक्कर लगाने से बचाने तथा छोटी-मोटी बातों को लेका मतभेद और अधिक गहरा न होने देने के उद्देश्य से समाज के वरिष्ठ एवं जिम्मेदार नागरिकों द्वारा शुरु किया गया था। परंतु यह बड़े दुर्भाग्य की […] Read more » Khap खाप पंचायत