विविधा मुंबई में घुसपैठ – एक आक्रमण March 28, 2011 / December 14, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment हरिकृष्ण निगम क्या बंग्लादेशियों से भारत के अनेक नगरों व सीमावर्ती क्षेत्रों में अरसे से योजनाबध्द रूप से होने वाली घुसपैठ पर हमारी राजनीतिक उपेक्षा नए जनसांख्यिक दबाव डालकर असम को मुस्लिम बहुल प्रदेश बना सकती है और हमारे महानगरों को भी असुरक्षित बना देगी? सारे देश में ये घुसपैठिए जैसे-जैसे फैलते जा रहे […] Read more » Mumbai घुसपैठ मुंबई
सिनेमा फ़िल्में नहीं हैं मुंबई की बपौती…अमर है सिनेमा! April 26, 2010 / December 24, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | Leave a Comment जयपुर में अजय ब्रह्मात्मज के साथ ‘समय, समाज और सिनेमा’ संवाद अजय ब्रह्मात्मज कौन हैं? जाने-माने फ़िल्म पत्रकार, `ऐसे बनी लगान’, `समकालीन सिनेमा’ और `सिनेमा की सोच’ जैसी कई चर्चित किताबों के लेखक, महेश भट्ट की `जागी रातों के किस्से-हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री पर अंतरंग टिप्पणी’ सरीखी मशहूर किताब के संपादक या `चवन्नीचैप’ सरीखे महत्वपूर्ण ब्लॉग […] Read more » Mumbai मुंबई
राजनीति मुंबई मुद्दे पर क्षेत्रीय क्षत्रपों की चुप्पी का रहस्य? February 5, 2010 / December 25, 2011 by निर्मल रानी | 7 Comments on मुंबई मुद्दे पर क्षेत्रीय क्षत्रपों की चुप्पी का रहस्य? देश की आर्थिक राजधानी के रूप में अपनी पहचान रखने वाली मुंबई ने एक बार फिर देश की राजनीति को गर्म कर दिया है। स्वयं को मुंबई के ‘केयरटेकर’ अथवा स्वयंभू ‘सी ई ओ’ समझने वाले ठाकरे परिवार ने एक बार फिर ‘मुंबई केवल हमारी है’ का दावा सार्वजनिक रूप से ठोंक दिया है। चाचा […] Read more » Mumbai मनसे मुंबई राज ठाकरे शिवसेना
राजनीति मुम्बई पर सबका हक, गुंडागर्दी की छूट किसी को नहीं February 4, 2010 / July 13, 2012 by गौतम चौधरी | 1 Comment on मुम्बई पर सबका हक, गुंडागर्दी की छूट किसी को नहीं मुम्बई किसकी है मुझे पता नहीं, लेकिन जब कभी भी भारत का नक्शा देखता हूं तो वह मुझे वर्तमान भारतीय संघ का ही हिस्सा दिखता है। छात्र जीवन में हम लोग नारा लगाते थे, कश्मीर हिन्दुस्तान का, नहीं किसी के बाप का, बाप के बाप का। हालांकि मुम्बई के लिए तत्काल ऐसे नारे की जरूरत […] Read more » Mumbai क्षेत्रीयतावाद मराठी मुंबई
राजनीति बता दीजिए किसकी है मुंबई February 3, 2010 / December 25, 2011 by संजय द्विवेदी | 9 Comments on बता दीजिए किसकी है मुंबई मुंबई देश का सबसे बड़ा शहर ही नहीं है, वह देश की आर्थिक धड़कनों का भी गवाह है। यहां लहराता हुआ समुद्र, अपने अनंत होने की और आपके अनंत हो सकने की संभावना का प्रतीक है। यह चुनौती देता हुआ दिखता है। समुद्र के किनारे घूमते हुए बिंदास युवा एक नई तरह की दुनिया से […] Read more » Mumbai क्षेत्रवाद मराठी मानुष मुंबई