राजनीति अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम का अनर्थकारी अभियान November 15, 2019 / November 15, 2019 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला अपनी आस्था व निजी विश्वास के आधार पर किसी भी धर्म को मानना अथवा नहीं मानना ‘धार्मिक स्वतंत्रता’ का सामान्य अर्थ है। इसके लिए किसी कानून की आवश्यकता नहीं है। लेकिन अमेरिका चूंकि पूरी दुनिया का स्वघोषित मास्टर है, तो जाहिर है धार्मिक स्वतंत्रता की व्याख्या भी उसे ही करनी होती है। इसलिए ‘मास्टरी […] Read more » religious freedom अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम व अमेरिकी आयोग अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता धार्मिक स्वतंत्रता पाकिस्तान में हिन्दुओं की स्थिति
जन-जागरण समाज भारत के विरूद्ध सक्रिय संगठनों का वैश्विक तंत्र – ०२ January 16, 2017 / January 16, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment यह विडम्बना ही नहीं धूर्त्तता भी है कि जिन लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान का ककहरा-मात्रा भी नहीं मालूम है वे दलितों को आध्यात्मिक लाभ देने में लगे हुए हैं और इस तथाकथित लाभ के नाम पर उनके गले में गुलामी का फंदा डालने वाले वे लोग उस फंदे को ही मुक्ति का माध्यम व स्वयं को मुक्तिदाता भी बता रहे हैं । इतना ही नहीं, इसकी पूरी अनुकूलता नहीं मिल पाने के कारण वे भारत के कानून-व्यवस्था को धार्मिक स्वतंत्रता का उत्पीडक बताते हुए इसके विरूद्ध अमेरिका से हस्तक्षेप की मांग भी कर रहे हैं । Read more » Featured religious freedom द राइजिंग आफ हिन्दू एक्सट्रीमिज्म दलित फ्रीडम नेटवर्क फ्रीडम हाऊस