विविधा अज़ान पर फिजूल की बहस April 22, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment क्या लाउडस्पीकर पर जोर-जोर से चिल्लाना इस्लाम है? इस्लाम का जन्म हुआ तब कौन से लाउडस्पीकर चल रहे थे? सच्ची प्रार्थना तो वहीं है, जो मन ही मन की जाती है। ईश्वर या अल्लाह बहरा नहीं है कि उसे कानफोड़ू आवाज़ में सुनाया जाए। शायद इसलिए कबीर ने कहा हैः कांकर-पाथर जोड़ि के मस्जिद लई चुनाय। ता चढ़ि मुल्ला बांग दे, बहरा हुआ खुदाय।। Read more » Featured Sonu Nigam Sonu Nigam on loud speakers अज़ान
जन-जागरण विविधा ध्वनि प्रदूषण न हिन्दू न मुस्लिम,केवल हानिकारक April 20, 2017 by निर्मल रानी | Leave a Comment धर्मस्थलों पर नियमित रूप से निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार होने वाले इस शोर-शराबे से लगभग पूरा देश दु:खी है। ध्वनि प्रदूषण बच्चों की पढ़ाई खासतौर पर परीक्षा के दिनों में उनकी परीक्षा की तैयारी में अत्यंत बाधक साबित होता है। मरीज़ों तथा वृद्ध लोगों के लिए ध्वनि प्रदूषण किसी मुसीबत से कम नहीं। आए दिन होने वाले जगराते,कव्वालियां या दूसरे शोर-शराबे से परिपूर्ण धार्मिक आयोजन यह सब हमारे समाज के स्वास्थय पर बुरा असर डालते हैं। Read more » Featured noise pollution on Azaan Sonu Nigam