विविधा ‘गंगा-जमुनी तहजी़ब का प्रतीक उर्दू’ December 23, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment उर्दू को जीवित रखने के लिए ये निहायत ही जरूरी है कि उर्दू पढऩे वाले को रोजगार दिया जाए। दूसरी बात ये कि जब प्राइमरी और मिडिल लेवल पर ही उर्दू नदारद है तो आला तालीम के लिए उर्दू के छात्र कहां से आएंगे। अगर सरकारें वाकई उर्दू के प्रती संजीदा है तो सबसे पहले प्राइमरी और मिडिल लेवल पर शिक्षकों की भर्ती की जानी चाहिए। इस से एक ओर हज़ारों उर्दूदां को रोजगार मिलेगा। वहीं दूसरी ओर छात्र-छात्राओं के लिए उर्दू पढऩा आसान हो जाएगा । जो लोग शिक्षक की कमी की वजह से चाह कर भी उर्दू नहीं पढ़ पाते हैं। उनके अधिकारों की रक्षा भी होगी Read more » urdu उर्दू गंगा-जमुनी तहजी़ब का प्रतीक
आलोचना तथाकथित उर्दू वालो से उर्दू को खतरा November 2, 2011 / December 5, 2011 by शादाब जाफर 'शादाब' | 1 Comment on तथाकथित उर्दू वालो से उर्दू को खतरा शादाब जफर ‘‘शादाब’’ आज शायरो और मुशायरा कन्वीनरो ने मुशायरो का रूख जिस तरफ मोड़ दिया है उसे उर्दू अदब, अदीब और मुस्लिम मुशायरे के हक में नही कहा जा सकता। आज मुशायरो में जिस तरह की शायरी कुछ तथाकर्थित शायरो के जरिये सुनने और देखने को मिल रही है उसे कही से कही तक […] Read more » urdu
साहित्य झगड़ा क्या है उर्दू और हिंदी का May 7, 2010 / December 23, 2011 by संजय द्विवेदी | 7 Comments on झगड़ा क्या है उर्दू और हिंदी का दोनों इसी जमीन की खुशबू से बनी भाषाएं हैं – संजय द्विवेदी ज्ञान की नगरी बनारस से एक अच्छी खबर आयी है। भाषाओं की जंग में फंसे देश में ऐसी खबरें राहत भी देती हैं और समाधान भी सुझाती हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एमए हिंदी के छात्र-छात्राएं अब गालिब की शायरी, मीर तकी मीर […] Read more » urdu उर्दू हिंदी