महिला-जगत स्त्री विमर्श और डॉ. लोहिया August 7, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 6 Comments on स्त्री विमर्श और डॉ. लोहिया – डॉ. सुमन सिंह भारतीय सांस्कृतिक पृष्ठभूमि में जन्में डॉ0 राममनोहर लोहिया अनिश्वरवादी थे। वह हिन्दू होते हुए भी हिन्दू धर्म की मूल-मान्यताओं के कट्टर विरोधी थे। व धर्म को ईश्वर से न जोड़कर, मानव प्राणियों की भलाई के एक साधन के रूप में मानते थे। वे वर्णाश्रम व्यवस्था को भारतीय समाज में कोढ़ मानते […] Read more » Woman नारी राममनोहर लोहिया
महिला-जगत लिंगभेद की ऊहापोह तथा औरत की अस्मिता July 27, 2010 / December 23, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on लिंगभेद की ऊहापोह तथा औरत की अस्मिता -जगदीश्वर चतुर्वेदी स्त्री और पुरूष दो लिंग हैं और दोनों को अलग-अलग ही रहना चाहिए,अपने लिंग के प्रति वफादार होना चाहिए। लिंगों की स्वायत्त पहचान को किसी भी बहाने अस्त-व्यस्त नहीं करना चाहिए। लिंग की स्त्री और पुरूष के रूप में स्वायत्तता का अर्थ यह नहीं है कि स्त्री और पुरूष के बारे में परंपरागत […] Read more » Woman औरत लिंगभेद
महिला-जगत वर्तमान युग की नारी July 21, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 14 Comments on वर्तमान युग की नारी – नीलम चौधरी ”यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्त फलाः क्रिया”॥ अर्थात् जहाँ स्त्रियों की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं जहां ऐसा नहीं होता वहाँ समस्त यज्ञार्थ क्रियाएं व्यर्थ होती है। यह विचार भारतीय संस्कृति का आधार स्तंभ है। भारत में स्त्रियों को सदैव उच्च स्थान दिया गया […] Read more » Woman नारी
महिला-जगत स्त्री को दार्शनिक बना देना! July 17, 2010 / December 23, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 1 Comment on स्त्री को दार्शनिक बना देना! -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ व्यक्ति जिस समाज, धर्म या संस्कृति में पल-बढकर बढा होता है, व्यक्ति का जिस प्रकार से समाजीकरण होता है, उससे उसके मनोमस्तिष्क में और गहरे में जाकर अवचेतन मन में अनेक प्रकार की झूठ, सच, भ्रम या काल्पनिक बातें स्थापित हो जाती हैं, जिन्हें वह अपनी आस्था और विश्वास से जोड […] Read more » Woman स्त्री
साहित्य स्त्री आत्मकथा का लक्ष्य है न्याय की तलाश May 15, 2010 / December 23, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment -जगदीश्वर चतुर्वेदी ‘अन्या से अनन्या’ का मूल स्वर स्त्रीवादी है। स्त्रीवाद का लक्ष्य आत्मसंतोष या आनंद देना नहीं है बल्कि उसका लक्ष्य है न्याय। प्रभा की आत्मकथा इसी अर्थ में न्याय की तलाश में किया गया एक प्रयास है। इस किताब में अन्याय के कई रूप हैं, अनेक चरित्र हैं जो अन्याय से पीड़ित हैं, […] Read more » Woman अन्या से अनन्या प्रभाखेतान
स्वास्थ्य-योग महिलाओं में कमर की चौड़ाई बढ़ने से बढ़ता है मौत का ख़तरा May 10, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -चांदनी नई दिल्ली. ऐसे कई प्रमाण मौजूद है जिनमें दिखाया गया है कि लम्बे समय तक कमर के आस पास फैट के बढ़ने से मधुमेह और हृदय बीमारी जैसी समस्याओं का खतरा पैदा हो जाता है, लेकिन हाल के हार्वर्ड ओर नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अध्ययन में दिखाया गया है कि महिलाओं में कमर […] Read more » Woman कमर की चौड़ाई
महिला-जगत दहेज की बलि चढ़ रही हैं महिलाएं April 24, 2010 / December 24, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 5 Comments on दहेज की बलि चढ़ रही हैं महिलाएं हम आदिकाल को बहुत पीछे छोड़ आए हैं। रहन-सहन और खान-पान के मामले में भी हम आधुनिक हो गए हैं। यहां तक कि चांद और मंगल ग्रह पर भी पहुंच गए हैं, लेकिन इस सबके बावजूद आदिकाल की बर्बरता को हम आज भी ढो रहे हैं। स्वयं को श्रेष्ठ और शक्तिशाली मानते हुए औरों पर […] Read more » Woman दहेज महिला
समाज नारी तुम केवल श्रद्घा थी…….! December 15, 2009 / December 25, 2011 by पंकज झा | 20 Comments on नारी तुम केवल श्रद्घा थी…….! नयनतारा सहगल की योरोप यात्रा के दौरान उनके पहनावे (साड़ी) को देखकर आश्चर्य व्यक्त करते हुए एक अंग्रेज ने उनसे पूछा था, आपके इस ड्रेस में न कहीं बटन है, न आप बेल्ट से इसे बांधती हैं, क्या यह कभी खुल नहीं जाता? गिर नहीं जाता यह? सहगल का जवाब था…… यह पिछले हजारों-हजार साल […] Read more » Woman नारी
कला-संस्कृति क्या सोचती हैं औरतें! December 1, 2009 / December 25, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | 22 Comments on क्या सोचती हैं औरतें! कौन-सा पुरुष होगा, जो ना जानना चाहे—स्त्रियां उसके बारे में क्या सोचती हैं? ये पता करने का मौक़ा जयपुर में मिला, तो मैं भी छह घंटे सफ़र कर दिल्ली से वहां पहुंच ही गया। मौक़ा था—टूम-10 संस्था की ओर से सात महिला कलाकारों की संयुक्त प्रदर्शनी के आयोजन का. और विषय—द मेल! मर्द, मरदूद, साथी, […] Read more » Woman औरत