विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-60 October 27, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य वेदमंत्र जो कुछ कहता है उसकी व्याख्या वेदश्रमीजी इस प्रकार करते हैं-”हे अग्नि! तुम वृष्टि से हमारी रक्षा करो। अर्थात वृष्टि करके हमारा पालन करो और अति वृष्टि को रोककर भी वृष्टि से हमारी रक्षा करो। इस प्रकार दोनों प्रकार की प्रक्रियाओं के प्रति इसकी संगति होती है। किस प्रकार रक्षा या […] Read more » Featured India world leader भारत विश्वगुरू
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-59 October 27, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   इस मंत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि जैसे हमारा मुख सिर के अग्र भाग में होता है, वैसे ही यान का संचालन यंत्र अग्रभाग में ही रखना चाहिए। इसे तीन आवरण वाला अर्थात सुरक्षा, गति व संचालन की दृष्टि से त्रिवृत्त कहा गया है। संचालन कक्ष में […] Read more » Featured India world leader भारत विश्वगुरू
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-57 October 22, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य ऋग्वेद (10/85/47) ने पति-पत्नी को जल के समान मिलने की बात तो कही ही है, साथ ही इनके मिलन को और भी अधिक सुंदर और उपयोगी बनाते हुए एक उपदेश और दिया है। जिसमें ‘सं मातरिश्वा’ की बात कही गयी है। इसका अभिप्राय है कि तुम दोनों परस्पर मिलकर ऐसे रहो जैसे […] Read more » Featured India India as world leader world leader ऋग्वेद भारत विश्वगुरू
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-21 September 10, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य मि. विन्सेंट ए. स्मिथ अपनी पुस्तक ”भारत एवं श्रीलंका की उत्तम कला का इतिहास” के पृष्ठ 22 पर सम्राट अशोक द्वारा स्थापित ‘अखण्ड स्तंभ’ के बारे में हमें बताते हैं-”इतने विशाल आकार के अखण्ड स्तंभ का ढालना, सजाना, खड़ा करना, इस बात का प्रमाण है कि अशोक के काल में इंजीनियर एवं […] Read more » Featured India India as world leader world leader भारत विश्वगुरू
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-7 August 22, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  आज भी मुस्लिम जगत और ईसाई जगत के नाम पर विश्व दो खेमों में बंट चुका है, और हम देख रहे हैं कि ये दोनों खेमे विश्व को कलह-कटुता परोस रहे हैं। इसके बीच ना तो कोई वैदिक जगत है और ना ही कोई हिंदू जगत है। इसका न होने का […] Read more » Featured India India as world leader world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू भारत