समाज परिवार का महत्त्व और उसका बदलता स्वरूप July 23, 2018 / July 23, 2018 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment गीता आर्य परिवार व्यक्तियों का वह समूह होता है, जो विवाह और रक्त सम्बन्धों से जुड़ा होता है जिसमें बच्चों का पालन पोषण होता है । परिवार एक स्थायी और सार्वभौमिक संस्था है। किन्तु इसका स्वरूप अलग अलग स्थानों पर भिन्न हो सकता है । पश्चिमी देशों में अधिकांश नाभिकीय परिवार पाये जाते हैं । […] Read more » Featured अहंकार आधुनिकता घमंड नगरीकरण नारी सशक्तिकरण बढ़ता सुखवाद बिना कर्तव्य के अधिकार भारतीय समाज महत्वकांक्षा रोजगार हेतु पलायन स्वार्थवाद
कहानी साहित्य आधुनिकता का गरुर March 8, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी पापा मुझे चोट लग गया खून आ रहा है। स्कूल के लिए निकलते एक बच्चे के मुख से ये शब्द निकला था। 5 साल के अपने बच्चे के मुँह से इतना सुनते ही लगभग 40 साल पूर्व साधारण सा दिखने वाले एक पापा सब कुछ छोड़ छाड़ कर बच्चे को गोदी में […] Read more » आधुनिकता
राजनीति आधुनिकताः सार्वदेशिक विचार प्रत्यय July 22, 2013 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन | 9 Comments on आधुनिकताः सार्वदेशिक विचार प्रत्यय प्रोफेसर महावीर सरन जैन नरेन्द्र मोदी ने दिनांक 14 जुलाई, 2013 को पुणें के फर्गुसन कॉलेज में दिए अपने भाषण में “आधुनिकता” शब्द का प्रयोग किया। उनके मुख से आधुनिकता का पक्षधर होने की बात सुनकर आश्चर्य हुआ। इसका कारण यह है कि मोदी जिस पाठशाला में पढ़े हैं तथा जहाँ उनके सम्पूर्ण व्यक्तित्व […] Read more » आधुनिकता