प्रवक्ता न्यूज़ “मन को वश में करना कठिन है परन्तु इसकी साधना आवश्यक है” September 24, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य का मन ही बन्धन व मोक्ष का कारण है। यह दर्शन शास्त्र का वचन है और यह सत्य सिद्धान्त है। मनुष्य जो भी कर्म करता है वह शुभ व अशुभ होने से दो प्रकार के कहे जाते हैं। शुभ कर्म करने का परिणाम शुभ व सुख होता है और अशुभ कर्म […] Read more » घूम्रपान चाय निराकार न्यायकारी मदिरापान मांसाहार सच्चिदानन्दस्वरूप सद्कर्मों सर्वज्ञ सर्वव्यापक
कविता चाय March 5, 2013 / March 5, 2013 by बीनू भटनागर | 2 Comments on चाय नींद खुलते ही चाय जो मिल जाय, पूरा दिन अच्छा ही अच्छा जाय। नाश्ते के साथ भी चाय ज़रूरी है, चाय के बिना कहानी ही अधूरी है। महमान आ जाय,फिर चाय हो जाय, महमान चाय पिये बिन जाने न पाय। चाय भी कौन अकेली ही पी जाय, नमकीन और कुकी हों तो मज़ा आ जाय। […] Read more » चाय