महत्वपूर्ण लेख पिंजरे में कैद सोने की चिड़िया : बौद्धिक आतंकवाद April 2, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment आजादी के 69 साल बाद भी हमारे देश का नागरिक आजाद नहीं है।देश आजाद हो गया लेकिन देशवासी अभी भी बेड़ियों के बन्धन में बन्धे हैं,ये बेड़ियाँ हैं अज्ञानता की,जातिवाद की,धर्म की,आरक्षण की,गरीबी की,सहनशीलता की,मिथ्या अवधारणाओं की आदि आदि। किसी भी देश की आजादी तब तक अधूरी होती है जब तक वहाँ के नागरिक […] Read more » Featured अज्ञानता आरक्षण गरीबी जातिवाद धर्म धर्म परिवर्तन पिंजरे में कैद सोने की चिड़िया बौद्धिक आतंकवाद सहनशीलता