पर्यावरण राजनीति प्रकृति की नाराजगी को नहीं समझा तो मानव अस्तित्व खतरे में September 8, 2025 / September 8, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग –प्रकृति अपनी उदारता में जितनी समृद्ध है, अपनी प्रतिशोधी प्रवृत्ति में उतनी ही कठोर है। जब तक मनुष्य उसके साथ तालमेल में रहता है, तब तक वह जीवन को वरदान देती है, जल, जंगल और जमीन के रूप में। लेकिन जैसे ही मनुष्य अपनी स्वार्थपूर्ण महत्वाकांक्षाओं और तथाकथित आधुनिक विकास की अंधी […] Read more » प्रकृति की नाराजगी प्रकृति की नाराजगी को नहीं समझा तो मानव अस्तित्व खतरे में मानव अस्तित्व खतरे में