धर्म-अध्यात्म आत्मा को सुख प्रभु के चिन्तन से मिलता हैः आचार्य देवप्रकाश December 24, 2019 / December 24, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आर्यसमाज प्रेमनगर, देहरादून का वार्षिकोत्सव- -मनमोहन कुमार आर्य आर्यसमाज प्रेमनगर, देहरादून नगर देहरादून का एक महत्वपूर्ण आर्यसमाज है। देहरादून के केन्द्रीय स्थान घण्टाघर से इसकी दूरी 8 किमी. है। यह समाज देहरादून-शिमला-चकराता राजमार्ग पर स्थित है। यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस समाज के दो दिवसीय वार्षिकोत्सव का आज समापन हुआ। प्रातः […] Read more » प्रभु
व्यंग्य साहित्य ‘प्रभु जी! यात्रियों की आदत मत बिगाडि़ए… January 4, 2016 by अशोक मिश्र | Leave a Comment अशोक मिश्र हद हो गई यार! हमारे रेलमंत्री को लोगों ने क्या पैंट्री कार का इंचार्ज, गब्बर सिंह या सखी हातिमताई समझ रखा है? जिसे देखो, वही ट्वीट कर रहा है, ‘प्रभु जी! मैं फलां गाड़ी से सफर कर रही हूं। गाड़ी में मेरे बच्चे ने गंदगी फैला दी है। जरा अपने किसी सफाई कर्मचारी […] Read more » 'प्रभु जी! यात्रियों की आदत मत बिगाडि़ए... prabhu ji dont spoil the habits of indians प्रभु यात्रियों की आदत
धर्म-अध्यात्म दक्षिण भारत के संत (10) सन्त नम्मालवार (शठकोप) May 29, 2015 by बी एन गोयल | 1 Comment on दक्षिण भारत के संत (10) सन्त नम्मालवार (शठकोप) -बीएन गोयल- रक्ताभ कान्ति युक्त अरुणिम मरकत उपगिरि के समान रक्तिम मेघाम्बर तेजपुंज सूर्य शीतल श्वेत चन्द्र और नक्षत्रों को धारण किए समुद्र तरंगों पर विश्रांत, हे प्रबुद्ध अप्रतिम सर्वोच्च प्रभु । ये पंक्तियाँ प्रसिद्ध आलवार संत नम्मालवार की कृति तिरुवाशिरीयम से हैं। इन पंक्तियों में आदिशेष की शय्या पर शयन करने वाले भगवान […] Read more » Featured दक्षिण भारत के संत (10) सन्त नम्मालवार (शठकोप) धर्म प्रभु