धर्म-अध्यात्म गुरुकुल को यदि स्कूल बनाते हैं तो आप बेईमानी करते हैं, उसका दुर्भाग्य करते हैं : डा. धर्मवीर” June 28, 2018 / June 28, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment “गुरूकुल होता है आर्ष पाठविधि के होने से अन्यथा आप धोखाधड़ी करते हैं। गुरुकुल को यदि स्कूल बनाते हैं तो आप बेईमानी करते हैं, उसका दुर्भाग्य करते हैं : डा. धर्मवीर” –मनमोहन कुमार आर्य, श्रीमद्दयानन्द आर्ष गुरुकुल, पौन्धा-देहरादून के दशम् वार्षिकोत्सव (जून 2010) के दूसरे दिन सायंकालीन सत्र में गुरुकुल सम्मलेन का आयोजन किया […] Read more » Featured आर्यसमाज गुरूकुल डा. रवीन्द्र आर्य ब्रह्मचारियों श्रीमद्दयानन्द आर्ष स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती
धर्म-अध्यात्म गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-90 April 13, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य    गीता का अठारहवां अध्याय अठारहवें अध्याय में गीता समाप्त हो जाती है। इसे एक प्रकार से ‘गीता’ का उपसंहार कहा जा सकता है। जिन-जिन गूढ़ बातों पर या ज्ञान की गहरी बातों पर पूर्व अध्याय में प्रकाश डाला गया है, उन सबका निचोड़ इस अध्याय में दिया गया है। […] Read more » Featured अठारहवें अध्याय अर्जुन गीता गृहस्थियों धर्मग्रंथों महाभारत ब्रह्मचारियों वानप्रस्थियों श्रीकृष्णजी समन्वयात्मक दृष्टि