समाज लिखी गईं नई इबारतें…कि ये ख्वाहिशें रूमानी नहीं हैं… January 13, 2018 by अलकनंदा सिंह | Leave a Comment आज के विषय पर सबसे पहले पढ़िए मेरे चंद अशआर….. ये परेशानियां जिस्मानी नहीं हैं ये ख्वाहिशें रूमानी नहीं हैं और ये खिलाफतें भी रूहानी नहीं हैं कि अब ये आवाज़ें उठ रही हैं उन जमींदोज वज़ूदों की जानिब से, आहिस्ता-आहिस्ता से, तो कहीं पूरे ज़ोर शोर से गोया अब शिद्दतें अंजाम तक पहुंचेंगी कि […] Read more » Featured triple talaq ख्वाहिशें मुस्लिम महिला
समाज मुस्लिम महिलाओं के प्रति प्रगतिशील सोच की दरकार April 9, 2017 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment अपनी धर्मरूपी सीमित शिक्षा तथा प्रतिभावान मुस्लिम महिलाओं को दी जाने वाली ऐसी शिक्षा जो उन्हें आईएएस,आईपीएस,पायलेट,इंजीनियर,वैज्ञानिक आदि बनाती हो, का तुलनात्मक अध्ययन करें तो धर्मगुरुओं को अपनी शिक्षा व ज्ञान का अंदाज़ा स्वयं हो जाएगा। और यदि मुस्लिम समाज को आगे ले जाना है, इसे आर्थिक व सामाजिक रूप से समृद्ध बनाना है तो मर्दों के साथ-साथ मुस्लिम महिलाओं को भी अपनी प्रतिभाओं तथा योग्यताओं को ज़ाहिर करना होगा। Read more » Featured इस्लाम धर्म इस्लाम धर्म के विरुद्ध मुस्लिम महिला मुस्लिम महिलाओं का नौकरी
विधि-कानून सुप्रीम कोर्ट की ऐतिहासिक टिप्पणी January 30, 2010 / December 25, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 6 Comments on सुप्रीम कोर्ट की ऐतिहासिक टिप्पणी पहली पत्नी के रहते कोई भी सरकारी कर्मचारी दूसरा विवाह नहीं कर सकता सुप्रीम कोर्ट की उस ऐतिहासिक टिप्पणी से मुस्लिम महिलाओं को काफ़ी राहत मिलेगी, जिसमें कोर्ट ने कहा है कि पहली पत्नी के रहते कोई भी सरकारी कर्मचारी दूसरा विवाह नहीं कर सकता. दरअसल, कोर्ट ने राजस्थान सरकार के उस फ़ैसले को सही […] Read more » Supreme Court मुस्लिम महिला सुप्रीम कोर्ट