धर्म-अध्यात्म “ब्रह्मसमाज की अवैदिक व अव्यवहारिक मान्यतायें और आर्यसमाज” December 3, 2018 / December 3, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महर्षि दयानन्द ने आर्यसमाज की स्थापना सन् 1875 में मुम्बई में की थी। उन्होंने सन् 1863 से वेद व वैदिक मान्यताओं का प्रचार आरम्भ कर दिया था। वह वेद विरुद्ध मान्यताओं व सिद्धान्तों का खण्डन करते थे। उनका उद्देश्य असत्य को छोड़ना व छुड़ाना तथा सत्य को स्वीकार करना व कराना था। […] Read more » ‘ईसा’ ‘नानक’ और ‘चैतन्य’ ‘मुहम्मद’ ‘मूसा’ आर्यसमाज ऋषि दयानन्द प्राणीमात्र महर्षि दयानन्द राजा राममोहन राय सर्वजनहितकारी
राजनीति जातिगत जनगणना का सियासी खेल September 8, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव स्वतंत्र भारत में पहली बार 2021 में होने वाली जनगणना में विभिन्न पिछड़ी जातियों के जातिवार आंकड़ें एकत्रित किए जाएंगे। इसके पहले 1931 में जातिगत जनगणना ब्रिटिश शासन में की गई थी। इसी आधार पर मंडल आयोग की सिफारिशों पर तत्कालीन प्रधानमंत्री वीपी सिंह सरकार ने संविधान में संशोधन कर 1989 में पिछड़ी […] Read more » भगवान महावीर राजा राममोहन राय विवेकानंद संत ज्योतिबा फुले डाॅ. आम्बेडकर संत रैदास स्वामी दयानंद सरस्वती