समाज धर्म को धोखा देते ये कथित संत August 12, 2015 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 2 Comments on धर्म को धोखा देते ये कथित संत आसाराम प्रकरण के बाद ऐसा लगने लगा था कि देश में बाबाओं के मायाजाल से आम आदमी दूर हो जाएगा किन्तु हाल ही में उजागर हुए दो मामलों से मैं गलत साबित हुआ हूं। ओडिशा में खुद को भगवान विष्णु का अवतार बताने वाले सारथि बाबा हों या देवी दुर्गा का अवतार कहलाने वाली […] Read more » असंतों के बोल धर्म को धोखा संत
धर्म-अध्यात्म राष्ट्र जागरण की संत परंपरा January 20, 2012 / January 20, 2012 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नीरेन कुमार उपाध्याय भारत में संतों का प्रादुर्भाव प्राचीन काल से माना गया है। समाज व्यवस्था से भिन्न एक अलग दुनिया जहां ‘मैं’ को जानने और ईश्वर का साक्षात्कार करने की इच्छा ही सर्वोपरि रही है। विश्व के विभिन्न देशों में संतों की एक लम्बी श्रृंखला दिखायी पड़ती है। किन्तु भारतीय संत परम्परा को सर्वोपरि […] Read more » संत
धर्म-अध्यात्म संतों के सामाजिक सरोकार June 17, 2011 / December 11, 2011 by विजय कुमार | 7 Comments on संतों के सामाजिक सरोकार विजय कुमार बाबा रामदेव के अनशन से जिनके स्वार्थों पर आंच आ रही थी, ऐसे अनेक नेताओं ने यह टिप्पणी की, कि बाबा यदि संत हैं, तो उन्हें अपना समय ध्यान, भजन और पूजा में लगाना चाहिए। यदि वे योग और आयुर्वेद के आचार्य हैं, तो स्वयं को योग सिखाने और लोगों के इलाज तक […] Read more » Sant संत
विविधा व्यंग्य आई ज्ञान की आंधी June 7, 2011 / December 11, 2011 by आशुतोष | 1 Comment on आई ज्ञान की आंधी आशुतोष कबीरदास ने कहा है – संतों भाई, आई ज्ञान की आंधी। भ्रम की टाटी सबै उड़ाणी, माया रहे न बाकी। आंधी तो आंधी है। वह जब आती है तो सब कुछ उड़ा ले जाती है। ऊंचा-नीचा, अच्छा-बुरा, उजला-काला, रात-दिन, कुछ नहीं देखती। सामने तिनका हो या पूरा पेड़, वह उसे उड़ा ले जाने की […] Read more » Baba Ramdev कबीरदास ज्ञान बाबा रामदेव भ्रष्टाचार संत