पं. दीनदयाल उपाध्याय प्रणीत एकात्म मानवदर्शन को व्यवहार में चरितार्थ करने के लिए अपना कण-कण व क्षण-क्षण लगाकर तथा अपनी देहदान कर 27 फरवरी, 2010 को चित्रकूट में महाप्रस्थान कर गए।
दिवंगत राष्ट्रऋषि श्री नानाजी देशमुख की पावन स्मृति में
आज, सोमवार, 8 मार्च, 2010 को सांय. 5 :00 बजे
कांस्टीट्यूशन क्लब मैदान, रफ़ी मार्ग, नई दिल्ली में
श्रद्धांजलि सभा
आयोजित की जा रही है।
यह आयोजन परम श्रद्धेय नानाजी को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर होगा।
Bharat ki rishi parampara ke mahaamanav ko shat-shat vandan. Unke aadarsh jivan main utaarne ki yogyataa aur saubhaagya hamain mile, yahi prarthanaa aur archnaa !