फ्रेंड-तेरे जैसा यार कहाँ

cimema ‘नवदीप फिल्म क्रिएटिव’ द्वारा निर्मित हिंदी फीचर फिल्म,” फ्रेंड – तेरे जैसा यार कहाँ” का निर्माण ‘नवदीप पाचघरे’ प्रकाशन के संचालक राजू पाचघरे ने किया है। फिल्म की पटकथा और संवाद अनूप श्रीवास्तव ने लिखा है, जोकि ३५ फिल्मों में कहानी, संवाद तथा स्क्रीनप्ले इत्यादि लिख चुके हैं।  इसका निर्देशन जगदीश वाथरेकर ने किया है, जोकि इसके पहले कई मराठी फिल्मों का निर्देशन कर चुके है। यह फिल्म मई २०१५ में रिलीज़ होगी।

इस फिल्म की कहानी संजय (चिन्मय देशकर) से शुरू होती है,जोकि एक अमीर बिल्डर अमित शाह (समीर धर्माधिकारी) और हाई प्रोफाइल माँ अवनी शाह ( वृषाली हटलकर) का एकलौता बेटा है। जिनके पास बेटे के लिए समय नहीं रहता है। जिसकी दोस्ती एक अनाथालय के बच्चे सलीम से होती है, अनाथालय को फादर फ्रांसिस( कमल कामाराजू) चलाते है जोकि सभी बच्चों को अपने बच्चों की तरह पालता है और किस तरह संजय के जीवन में बदलाव आता है?उसीको इस फिल्म में दिखाया गया है।

इसमें ज़ी टी वी के ‘इंडियास बेस्ट ड्रामेबाज़’ में अपनी कला का जौहर दिखा चुके बाल कलाकार चिन्मय देशकर की मुख़्य भूमिका है। चिन्मय देशकर कहते है,” इस फिल्म में मैं अमीर माँ -बाप की एकलौती औलाद बना हूँ, जिनके पास मेरे लिए पैसे से खुशियाँ खरीदने की बहुत सारी क्षमता है, लेकिन मेरे लिए माँ -बाप के पास एक मिनट का भी समय नहीं है। मैं माँ – बाप होते हुए भी एक अनाथ की जिंदगी जी रहा हूँ। लेकिन मेरा दोस्त सलीम जो फादर फ्रान्सिस के अनाथालय में रहता है और मेरे से बेहतर खुशियों से भरी जिंदगी जीता है। इसी वजह से हमारी दोस्ती होती है।क्यूकि बच्चों को खुशियों से भरी जिंदगी की जरुरत होती है ना कि चंद रुपयों की। जब दोस्ती होती है तब धर्म, मजहब, जात- पात नहीं देखा जाता है।”

फिल्म के निर्माता राजू पाचघरे हैं,जिनका पब्लिकेशन का काम है। और वे इससे पहले मराठी फिल्म “पुढची सम्राट” का निर्माण किया है। राजू पाचघरे कहते है,” आज माँ -बाप के व्यस्त जीवन के कारण उनके बच्चों का बचपन बर्बाद हो रहा है लेकिन उसका अंदाजा उनको नहीं है और वे सोचते है कि केवल पैसा देने से और अच्छे स्कूल में भर्ती कराके अपना फ़र्ज़ अच्छी तरह निभा रहे है। इसी तरह के लोगों को जगाने की कोशिश की है।”

इसके निर्देशक जगदीश वाथरेकर हैं, जोकि ‘पुढची सम्राट’ और ‘सांग-सांग गंगाराम’ जैसी मराठी फिल्मों का निर्देशन कर चुके है। इस फिल्म के बारे में कहते है,”यह फिल्म सभी लोगों को पूरे परिवार के साथ देखना चाहिए। उनको पता चलेगा कि कही अनजाने में उनका बच्चा भी तो उनकी लापरवाही का शिकार तो नहीं हो रहा है? या उनकी छोटी छोटी लापरवाही उनके बच्चों पर क्या प्रभाव डालता है और उनकी सोच और बच्चों की सोच में क्या फर्क है? यह फिल्म आज के लोगों के जीवन का सच्चा आईना है। हमलोग इसको टैक्स फ्री करवाने की कोशिश कर रहे है।”अभी हाल में नाशिक के सुला स्वाइन नें हुए ७ वें नाशिक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवेल में बेस्ट चिल्ड्रेन फिल्म का और फिल्म के चाइल्ड आर्टिस्ट चिन्मय देशकर को बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट का जूरी अवार्ड दिया गया।

फिल्म,” फ्रेंड – तेरे जैसा यार कहाँ” के मुख्य कलाकार कमल कमरराजू, सयाजी शिंदे,समीर धर्माधिकारी, वृषाली हटलकर, चिन्मय देशकर, साईप्रणीत, गीतेश पचघरे, ज्योति, स्नेहा,मुस्ताक खान इत्यादि हैं। फिल्म का बैनर ‘नवदीप फिल्म क्रिएटिव’, निर्माता राजू पाचघरे, पटकथा और संवाद अनूप श्रीवास्तव ,निर्देशन जगदीश वाथरेकर , संगीत युवराज श्रीनू, एडिटिंग मेनगा श्रीनू का है।

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