मिलन सिन्हा
पहले खुद पर ऊँगली उठा सको तो जानें
पहले गैर के आंसू पोंछ सको तो जानें .
जानना समझना तो अभी बहुत कुछ है यहाँ
कितने अज्ञानी है हम, पहले यही जान सको तो जानें .
भाई – भाई में झगड़ा, बाप-बेटे में मतान्तर
रिश्तों की बुनियाद अब क्या है बता सको तो जानें .
जिसे देखो वही पैसे के पीछे भाग रहा है
पैसा में ऐसा क्या है समझा सको तो जानें .
आँख होते हुए भी बहुत लोग अंधे हैं यहाँ
इन आंखवालों को नजर दे सको तो जानें .
गोदाम भरे पड़े हैं, पर गरीब भूखा है यहाँ
इन गरीबों के लिए कुछ कर सको तो जानें .
सुनता हूँ गरीबी, बेकारी, बेबसी अब नहीं रहेगी यहाँ
हरियाली,खुशहाली से मिलन कब होगा बता सको तो जानें .