अगर देश मे कभी जनसंख्या बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया। तो शायद जागरूक संदेश कुछ ऐसा होगा।
देश ने आपको क्या नहीं दिया। :-
जयललिता के रूप मे ‘अम्मा‘ दी।
ममता के रूप मे ‘दीदी‘ दी।
नेहरू के रूप मे ‘चाचा‘ दिये।
गांधी के रूप मे ‘बापू‘ दिये।
आसाराम के रूप मे ‘बाबा‘ दिये।
आज़म के रूप मे ‘चच्चा‘ दिये।
अमर सिंह जैसे ‘भैया‘ दिये।
डिंपल जैसी ‘भाभी‘ दी।
मायावती जैसी बहन दी।
हज़ारे के रूप मे ‘अन्ना‘ दिये।
मुख्यमंत्री के रूप मे ‘पनीर‘ दिया।
भ्रष्टाचारियों ने अपना ‘जमीर‘ दिया।
राखी ने कारण-अर्जुन दिये।
केजरी जैसे ‘ईमानदार‘ नेता दिये।
राहुल जैसे ‘बच्चे‘ दिये।
मोदी ने ‘अच्छे‘ दिन का नारा दिया।
देश ने आपको ‘सिद्धू‘ दिया।
सिद्धू ने ‘ठोको गुरु‘ दिया।
कपिल से मिला ‘बाबा जी का ठुल्लू‘
तुझसे क्या मिला देश को ‘उल्लू‘
बोनी ने ‘अर्जुन‘ दिया।
और आपने अभी ‘बौनी‘ तक नहीं की।
देश ने आपको क्या नहीं दिया। बाबा, बापू, चाचा, दीदी, भैया, अन्ना । आप अब देश को क्या देंगे।
देश मांग रहा है आपका बलिदान …जनसंख्या वृद्धि मे दो योगदान।
मेरा भारत …सबसे महान 🙂
PS: शायद ही देश मे कभी ऐसी स्थिति बनेगी जब ऐसा कोई जागरूकता आंदोलन चलाया जाए।
शुक्रिया प्रकाश भाई। मारो पर प्यार से। यही व्यंग्यकार की कला है और निशानी भी 😀
बड़ा जबरदस्त थप्पड़ बजाये हो भाई वो भी प्यार से